By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 26, 2020
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बातचीत कर प्रवासी राजस्थानियों के लिए आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव ने लॉकडाउन के चलते विभिन्न राज्यों के बीच हो रहे प्रवासियों के आवागमन को पूरी तरह रोकने के निर्देश दिए हैं, ऐसे में, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली आदि राज्यों के बीच गरीब और मजदूर तबके के उन लोगों का आवागमन रूक जाएगा, जो अपने घर जाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि संक्रमण की स्थिति में यह आवागमन उचित भी नहीं है, इसलिए जो व्यक्ति जहां है, वहीं पर संबंधित राज्य सरकार उसके लिए भोजन-पानी तथा चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करे। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि पड़ोसी राज्यों से पैदल आ रहे हजारों लोगो को सीमा पर रोककर ही उनकी गहन स्क्रीनिंग की जा रही है और जरूरत पड़ने पर पृथक रहने का निर्देश दिया जा रहा है, ताकि प्रदेश का हर नागरिक महफूज रह सके। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के बाद पडोसी राज्यों से बेरोजगार हुए लोग पैदल चल कर सिरोही, जालौर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर क्षेत्र में लौट रहे हैं। शर्मा ने राज्य में कोरोना पॉजिटिव के अब तक 40 मामले सामने आने का जिक्र करते हुए कहा कि आज भीलवाड़ा निवासी 73 वर्षीय नारायण सिंह का निधन हो गया जिन्हें मधुमेह था और उनकी किडनियों में खराबी थी एवं उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ था।
उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार पूरे प्रदेश के प्रति सजग है लेकिन पॉजीटिव मामलों का ग्राफ पिछले 3-4 दिनों में कुछ बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार भीलवाड़ा, झुंझुनूं, जयपुर, जोधपुर और प्रतापगढ़ जिलों में सरकार विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा के करीब 28 लाख लोगों में से 24 लाख लोगों की स्क्रीनिंग चिकित्सा विभाग द्वारा करवा दी गई है। उन्होंने बताया कि उनके सैंपल भी लिए गये हैं और जांच भी हुई हैं तथा अगले दो दिनों 700 सैंपलों की जांच और हो जाएगी। शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें जगह-जगह घूम रही हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जो 4 लाख लोग स्क्रीनिंग से बचे हुए हैं अगले 2 दिनों में उनकी भी स्क्रीनिंग हो जाएगी। उन्होंने कहा कि झुंझुनूं में पॉजीटिव मामले बढ़ रहे हैं, वहां पर भी आरआरटी (रेपिड रेस्पॉन्स टीम) और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार निगरानी और सर्वे का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य में एक लाख क्वारेंटाइन बैड तैयार कर लिए हैं। संदिग्धों की जांच की सुविधा जहां पहले 5 जिलों में होती थी, अब 9 जिलों में जांचें हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के अलग-अलग जिलों में आवश्यकता के अनुसार चिकित्सकों को लगाने के लिये 735 डॉक्टरों की सूची सीएमएचओ को सौंप दी गयी है। उन्होंने कहा कि आमजन की सुरक्षा के लिए कहीं भी धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। जयपुर जिले में आपातकाल के लिएएककरोड़ रुपए की राशि कलक्टर को दी गई है। संभागीय मुख्यालय के जिला कलक्टर्स को 75 लाख रुपए और अन्य जिला कलक्टर्स को 50 लाख रुपए का फंड दिया गया है।