By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 07, 2019
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के पीछे सीबीआई लगाने के लिये सोमवार को मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, अब वक्त आ गया है कि इस तानाशाह और अलोकतांत्रिक शासन को उखाड़ फेंका जाये। खबरों के अनुसार अवैध खनन के एक मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री से केंद्रीय जांच ब्यूरो के पूछताछ करने की संभावना है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘अपने कार्यकाल के आखिरी हफ्तों में मोदी सरकार ने बड़ी बेशर्मी से अखिलेश यादव के पीछे सीबीआई लगा दिया। यह हम सबके लिये एक चेतावनी की तरह है कि हम यह नहीं भूलें कि पिछले पांच साल के दौरान मोदी के राजनीतिक विरोधियों को क्या झेलना पडा। वक्त आ गया है कि इस तानाशाह और अलोकतांत्रिक शासन को उखाड़ फेंका जाये।’
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रविवार को यादव ने कहा कि वह जांच एजेंसी का सामना करने के लिये तैयार हैं लेकिन जनता भी भाजपा को जवाब देने के लिये तैयार है। उल्लेखनीय है कि 2012-16 के दौरान हमीरपुर जिले में अवैध रेत खनन के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला, सपा विधान पार्षद रमेश कुमार मिश्रा और संजय दीक्षित (बसपा की टिकट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में असफल रहे) समेत 11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और उनसे संबंधित 14 जगहों पर शनिवार को छापेमारी की।
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प्राथमिकी के अनुसार यादव 2012 से 2017 के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री थे और 2012-13 के दौरान उनके पास खनन विभाग था। इससे उनकी भूमिका भी जांच के दायरे में आ गयी है। पिछले महीने आप के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने 2019 लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के भी विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन का हिस्सा बनने की संभावनाओं को लेकर संकेत दिया था। राय ने कहा, ‘लोकसभा चुनावों में अपनी भूमिका अदा करने के अलावा हमलोग (नरेंद्र) मोदी सरकार को हटाने के लिये अन्य को भी सहयोग करेंगे।’