By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 10, 2019
नयी दिल्ली। राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पेश किये जाने से एक दिन पहले तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि यह मामला बहुसंख्यक बनाम नैतिकता का है और इस विवादास्पद विधेयक को पारित कराने में सरकार को खून के आंसू रोना पड़ेगा। विधेयक को लोकसभा द्वारा सोमवार को पारित कर दिया गया। विधेयक के पक्ष में 311 सदस्यों ने मत डाला जबकि 80 सदस्य इसके विरोध में थे।
विधेयक को बुधवार को राज्यसभा में प्रस्तुत किया जाएगा। राज्यसभा में तृणमूल के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, “विधेयक का संख्या से कोई मतलब नहीं है। यह बहुसंख्यक बनाम नैतिकता का मसला है और हम सरकार को इसे पारित कराने में खून के आंसू रुला देंगे।” उन्होंने कहा कि तृणमूल विधेयक के मूल चरित्र को बदलने के लिए बीस संशोधन लाएगी।