By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 26, 2018
नयी दिल्ली। पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कुछ वस्तुओं पर जीएसटी की दरों में कटौती आनन फानन में बिना तैयारी के लागू की गयी कर व्यवस्था को दुरूस्त करने का प्रयास है। मनप्रीत ने बिजली और पेट्रोल को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने की मांग की। जीएसटी परिषद की बुधवार को हुई बैठक में सामान्य तौर पर इस्तेमाल में आने वाली 23 वस्तुओं पर जीएसटी की दर में कटौती की गयी। इन वस्तुओं पर कर की दर को 18 फीसदी से घटा कर क्रमश: 12 फीसदी और पांच फीसदी किया गया।
इसे भी पढ़ें: देशवासियों को नववर्ष पर GST परिषद का तोहफा, मॉनिटर-टीवी और पावर पर घटा टैक्स
कांग्रेस नेता मनप्रीत बादल ने संवाददाताओं से कहा, ‘कर की दरों में कटौती आनन फानन में बिना तैयारी के लागू की गई जीएसटी की व्यवस्था को दुरूस्त करने का प्रयास है क्योंकि पहली बार इसकी अवधारणा स्पष्ट नहीं थी। यह बैठक इसे दुरूस्त करने का प्रयास मात्र है।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ कहा है। जीएसटी को जल्दबाजी में बिना किसी तैयारी के लागू कर दिया गया था।
इसे भी पढ़ें: 2018 में भारतीय उद्योग ने विलय एवं अधिग्रहण में पार किया 100 अरब डॉलर का आंकड़ा
पंजाब के वित्त मंत्री ने कहा, ‘इसकी अवधारणा स्पष्ट नहीं थी। संबंधित लोगों से संपर्क नहीं किया गया। इसकी तकनीकी तैयारियां नहीं थी। हमारी मांग जीएसटी रिर्टन फाइल करने को आसान बनाने तथा पेट्रोलियम और बिजली को इसके दायरे में लाने की है।’