By दिनेश शुक्ल | Oct 24, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के विभिन्न शासकीय स्कूलों में आउटसोर्स पर रखे गए कम्प्यूटर ऑपरेटरों का अनुबंध समाप्त होने पर शिक्षा विभाग द्वारा उन्हें हटा देने के मामले में राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस ने इसे राजनीति मुद्दा बनाते हुए कहा है कि मामा ने दशहरे का गिफ्ट देकर 6 हजार युवाओं का रोजगार छीन लिया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने आज कंस नीति अपनाते हुए शिक्षा विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर्स को नौकरी से बाहर कर दिया है और उनके अनुबंध को आगे बढ़ाने से हाथ खींच लिए हैं। उन्होंने कहा कि यह वही ढोंगी सरकार है जिसने 2018 के अपने दृष्टि पत्र में प्रति वर्ष 10 लाख नौकरियां देने का वादा किया था।
गुप्ता ने कहा कि मध्य प्रदेश में पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा व अन्य विभागों से लगभग 60 हजार लोगों को घर बैठा दिया गया है। ये लोग विगत 10 साल से कार्यरत रहे हैं। नौकरी की पात्रता आयु भी पार कर चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी की दो मुंही नीति से जिन घरों के चूल्हे बुझ रहे हैं, वे चुनाव में भाजपा को फूंक देंगे। झूठ और फरेब की राजनीति करने वाली पार्टी के रूप में विश्व प्रसिद्ध होती जा रही भाजपा के मुख्यमंत्री नयी नौकरियां देने का नारा लगाते हैं और पुरानी नौकरियां छीनते जा रहे हैं। कांग्रेस इस धोखेबाजी की निंदा करती है।