बढ़ते निजीकरण के ज़माने में भी सरकारी नौकरी की चाहत कम नहीं होती। पति पत्नी दोनों सरकारी नौकरी में हों तो सोना ही सोना। पति की पोस्टिंग शहर के आस पास हो और पत्नी की पोस्टिंग घर के अडोस पड़ोस में ही हो तो मानव जीवन सफल हो जाए। पोस्टिंग का प्रबंधन भी तन मन धन को घुमा फिराकर हो ही जाता है। क्या बात है जी, सरकारी नौकरी की। उन लोगों से क्या लेना जिनके परिवार से एक भी व्यक्ति सरकारी नौकरी में नहीं है। दीपावली के दिनों में सरकारी नौकरी वालों को काफी फायदा होता है। उन्हें वे लोग भी अच्छे नहीं लगते जो कहते रहते हैं कि सरकारी नौकरी में एक परिवार से एक ही बंदा होना चाहिए।
सरकार के ख़ास विभाग वालों को दीपावली के दिनों में ज़्यादा फायदा होता है। अनुमान लगाए जा रहे होते हैं कौन सम्बन्ध के न गिरने वाले पुल बनाता है। कई बार दो दो जगह से हवाई जहाज की टिकटें उपहार में आ जाती हैं तो बांछें खिल जाती हैं। अधिक उपहार आ जाने से उन्हें संभालने की परेशानी होती है। मन इतना खुला होता नहीं कि मिले हुए उपहार दूसरों को दे दें। दीपावली के बाद आराम से बैठकर अगले साल होने वाली छुट्टियों में घूमने की योजना बनाई जा सकती है। छुट्टियां सरकार देती ही है। दीपावली की तैयारियों के दौरान छुट्टियों की लिस्ट आ जाए तो ध्यान उस तरफ चला ही जाता है। अवकाश प्रिय देश में रहने वाले लोग कितने भी व्यस्त हों छुट्टी बारे जानने बारे बेहद उतावले रहते हैं। वह बात दीगर है कि प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वालों को वास्तव में पता होता है कि छुट्टी क्या होती है और कितनी मुश्किल से मिलती है।
अगले साल होने वाली छुट्टियों की लिस्ट ने इस बार दीपावली से पहले आकर, भविष्य के आनंद की गणना बिगाड़ दी है। अगले साल सात सरकारी छुट्टियां रविवार को हैं। अगर यही अवकाश दूसरे वार को होते तो कितना आनंददायक होता। चार वैकल्पिक अवकाश भी रविवार को आ रहे हैं यह भी गलत है। यह ठीक है कि कुछ छुट्टियां शुक्रवार या शनिवार को भी हैं जिनसे एक छुट्टी लेकर कई छुट्टियां एक साथ हो सकती हैं। कई त्यौहारों या जन्मदिन का अवकाश शनिवार या सोमवार को रहता है तो अच्छा लगता है। दूसरे शनिवार को भी कोई छुट्टी घोषित हो तो बुरा लगता है क्योंकि पहले ही अवकाश होता है। सरकार इतने काम मनमाने तरीके से करती है। छुट्टियां उचित तरीके से नहीं करती। कुछ छुट्टियों का दिन बदल दे तो वोट बैंक बढेगा।
काफी समझदार लोगों का कहना है कि चाहे कोई त्योहार या दिवस दूसरे शनिवार या रविवार को पड़ रहा हो उसकी सरकारी छुट्टी किसी और वार को देनी चाहिए जिस दिन पहले से छुट्टी न हो।
- संतोष उत्सुक