जहाजरानी मंत्रालय और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) ताजा मालवेयर हमले से उसके एक पोर्ट टर्मिनल के कामकाज में आई बाधा को दूर करने के लिए तेजी से प्रयास कर रहे हैं। जहाजरानी मंत्रालय ने आज बयान में कहा कि निजी टर्मिनल आपरेटर (एपीएम माइरस्क) ने यह सूचित किया है कि इस अड़चन की वजह वैश्विक स्तर पर उसके समक्ष आई साइबर हमले की समस्या की वजह से है। बयान में कहा गया है कि जहाजरानी मंत्रालय और जेएनपीटी को स्थिति की जानकारी है और इस बात का प्रयास किया जा रहा है कि इससे व्यापार, ट्रांसपोर्टरों तथा सबसे महत्वपूर्ण स्थानीय नागरिकों को कम से कम परेशानी हो।
चूंकि इस अड़चन से ट्रैफिक प्रबंधन में परेशानी आ सकती है, ऐसे में जेएनपीटी ने निजी टर्मिनल के कार्गो के लिए अपना पार्किंग का स्थान खोल दिया है। इसके अलावा कंटेनर फ्रेट स्टेशनों को कार्गो को अपने यार्ड में रोक कर रखने को कहा गया है। जहाजरानी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस हमले से ट्रैफिक में आई बाधा को दूर करने के लिए सभी संभव कदम उठाए जा रहे हैं। माइरस्क समूह ने इस बात की पुष्टि की है कि साइबर हमले से उसका परिचालन प्रभावित हुआ है। कंपनी ने ट्वीट किया, 'हम इस बात की पुष्ट करते हैं कि मंगलवार, 27 जून को एपी मोलर माइरस्क पेटया साइबर हमले से प्रभावित हुई। इससे कई साइटें ओर चुनिंदा कारोबार इकाइयों पर असर पड़ा। कंपनी ने कहा कि हम स्थिति को देख रहे हैं जिससे इस हमले के असर को सीमित किया जा सके।