By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 21, 2017
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि तीन तलाक के पीड़ितों के साथ केंद्र सरकार मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा कि भारत धर्म और आस्था की आजादी का सम्मान करता है, लेकिन ‘भेदभावपूर्ण’ व्यवहारों को इसका अभिन्न भाग नहीं ठहराया जा सकता। प्रसाद ने गुरुवार को छुआछूत का हवाला देते हुए इस बात पर जोर दिया कि धार्मिक आचार को संवैधानिक मूल्यों के अनुकूल होना चाहिए और कहा कि ‘लैंगिक न्याय, लैंगिक समानता और लैंगिक स्वाभिमान’ सरकार की प्राथमिकता के मुख्य बिंदु हैं।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में क्या महिलाओं के एक बड़ा हिस्से को जबरन कमजोर स्थिति में रखा जा सकता है।’’ प्रसाद ने सवाल किया, ‘‘अब तलाक व्हाइट्स ऐप पर दिया जा रहा है..क्या हमारे संविधान में इसकी इजाजत है।’’