By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 02, 2019
नयी दिल्ली। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने लड़ाकू विमान राफेल की खरीद मामले में हुयी कथित गड़बड़ी के मुद्दे पर लिखित एक किताब के विमोचन को रोकने के लिये चुनाव आयोग की कथित कार्रवाई का हवाला देते हुए कहा है कि सरकार राफेल मामले पर बात करने से भी डरती है। येचुरी ने मंगलवार को राफेल पर प्रकाशित पुस्तक के चेन्नई में होने वाले विमोचन कार्यक्रम पर चुनाव आयोग द्वारा कथित तौर पर रोक लगाने की कार्रवाई का हवाला देते हुये कहा कि इससे साफ है कि राफेल पर बात करने से भी कौन डरता है। येचुरी ने ट्वीट कर कहा कि यह अनुमान लगाना मुश्किल नहीं है कि राफेल घोटाला और इस पर आधारित किसी पुस्तक से कौन डरा हुआ है।
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उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे भ्रष्ट सरकार है, जिसका शीर्ष नेतृत्व अपने करीबी लोगों को मदद पहुंचाने के लिये राफेल घोटाले में शामिल है। इस बीच चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने राफेल पर पुस्तक के विमोचन समारोह पर रोक लगाने के बारे में तमिलनाडु के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) की तरफ से जारी स्पष्टीकरण के आधार पर खंडन किया। लवासा ने ट्वीट कर कहा कि किताबें जब्त करने के बारे में न तो चुनाव आयोग ने और ना ही सीईओ कार्यालय की ओर से कोई निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि मैंने चेन्नई के जिला निर्वाचन अधिकारी को इस मामले की जांच कर इसकी तत्काल रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।