By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 03, 2018
नयी दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) वापसी के रूप में निर्यातकों को अब तक 91,149 करोड़ रुपये के वसूल कर वापस लौटाये गये हैं। यह कर अधिकारियों के पास कर-रिफंड (वापस करने) के लिए प्राप्त दावों का 93.77 प्रतिशत है। एक बयान में मंत्रालय ने कहा है कि अब 6,053 करोड़ रुपये मूल्य का जीएसटी वापसी के पुराने दावे सरकार के पास लंबित रह गए हैं। इनमें भी निपटान की कार्रवाई तेजी से चल रही है।
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मंत्रालय ने कहा, ‘‘केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) तथा राज्य प्राधिकरणों ने कुल 97,202 करोड़ रुपये के अबतक प्राप्त दावों में से 91,149 करोड़ रुपये का जीएसटी वापस किया है। इस प्रकार, 93.77 प्रतिशत दावों का निपटान किया गया।’’ रिफंड आंकड़ों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए मंत्रालय ने कहा कि 28 नवंबर तक 48,455 करोड़ रुपये आईजीएसटी रिफंड किये गये जो कुल दावों का 95 प्रतिशत है। विभिन्न विसंगतियों के कारण 2,473 करोड़ रुपये मूल्य के आईजीएसटी रिफंड फंसा हुआ है। इस बारे में निर्यातकों को सूचना दी गयी है ताकि वे इसके समाधान के लिये कदम उठा सके।
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इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) की वापसी के संदर्भ में मंत्रालय ने कहा कि कुल 46,274 करोड़ रुपये के दावों में तीन दिसंबर तक 3,580 करोड़ रुपये बचे हुए थे।बयान के अनुसार, ‘‘आईटीसी रिफंड के संदर्भ में 37,,406 करोड़ रुपये की वापसी को लेकर अस्थायी / अंतिम आदेश जारी किये गये हैं। कुल 5,288 करोड़ रुपये के दावों में से संबंधित जीएसटी प्राधिकरणों द्वारा विसंगति को लेकर नोटिस जारी किये गये हैं।’’।मंत्रालय के अनुसार 6,053 करोड़ रुपये के लंबित जीएसटी दावों की वापसी को लेकर काम तेजी से जारी है। ।बयान में कहा गया है, ‘‘जिन दावों में कोई विसंगति नहीं है, उसका निपटान तेजी से किया जा रहा है ताकि पात्र दावाकर्ताओं को राहत प्रदान किया जा सके।’’