छत्तीसगढ़ के सुकमा में सोमवार को नक्सलियों के घात लगाकर किये गये हमले में 25 सुरक्षाकर्मियों के शहीद होने की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस ने आज दावा कि भाजपा सरकार के पास नक्सलियों से लड़ने के लिए कोई नीति, योजना और दिशा नहीं है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आज इस घटना को लेकर किये गये विभिन्न ट्वीट में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक पद का फरवरी 2017 से रिक्त होने और राष्ट्रीय जांच एजेंसी के प्रमुख का कार्यकाल दूसरी बार बढ़ाये जाने की ओर भी ध्यान दिलाया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘सीआरपीएफ के डीजी का पद फरवरी 2017 से खाली है। एनआई के मुखिया दूसरे एक्सटेंशन पर हैं। क्या ऐसे लड़ेंगे नक्सलियों से।’’ सुरजेवाला ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि भाजपा सरकार के भीतर नक्सलियों से लड़ने के लिए कोई नीति, योजना और दिशा नहीं है।
पार्टी की एक अन्य प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ट्वीट कर कहा, ‘‘हमने नक्सली हिंसा में अपने वरिष्ठ नेतृत्व को गंवाया है। वह भाजपा के शासनकाल में हुआ। हमने देखा कि कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी।’’ नक्सली हिंसा को दूर करने के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों के प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रियंका ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘इन चरमपंथियों की समस्या को विफल करने के लिए कांग्रेस ने पूरे प्रयास किये। हमने आंध्र प्रदेश से चरमपंथियों का सफाया कर दिया।’’
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने देश के भीतर के चरमपंथियों के सफाये पर विशेष बल दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘यदि हम सीमा पार से आतंकवाद को खत्म करने को लेकर गंभीर हैं तो हमें देश के भीतर से होने वाले आतंकवाद को पराजित करने को लेकर गंभीर होना पड़ेगा।’’ सुरजेवाला की तरह प्रियंका ने भी सीआरपीएफ के प्रमुख का पद खाली होने की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘सीआरपीएफ के डीजी का पद खाली पड़ा है और इस बारे में कुछ नहीं किया गया। इस पद को भरने के लिए कोई प्रथमिकता नहीं दिखायी गयी है।’’
पार्टी ने इस मामले में केन्द्र एवं राज्य सरकार के बीच तालमेल के अभाव तथा खुफिया विफलता का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘केन्द्र एवं राज्य स्तर पर क्या प्रभावी उपाय किये गये। क्या यह खुफिया विफलता नहीं है। यह केन्द्र एवं राज्य के बीच समन्वय का अभाव नहीं है।’’ प्रियंका ने कहा कि भाजपा आतंकवाद का सफाया करने के बड़े बड़े दावे करती है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में हमने सीआरपीएफ के जवानों के बहुत बड़ी संख्या में हताहत होते देखा है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सोमवार को नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 25 जवान शहीद हो गए थे।