By अंकित सिंह | Aug 25, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ताजा हमला करते हुए शिवसेना (यूबीटी) ने शुक्रवार को कहा कि सरकार सूर्य पर एक मिशन भेज सकती है, लेकिन उसे पहले देश में प्याज के मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए। शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना के संपादकीय में पार्टी ने प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाने के केंद्र के फैसले पर कटाक्ष किया। किसानों का एक समूह प्याज पर 40 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने के केंद्र के इरादे का विरोध कर रहा है। उन्होंने कहा, "आप सूर्य पर एक मिशन भेजते हैं, लेकिन उससे पहले आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्याज का मुद्दा सुलझ जाए, अन्यथा 2024 (लोकसभा चुनाव) के लिए आपका मिशन गड़बड़ा जाएगा और आपको इसका एहसास भी नहीं होगा।"
चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद भारत ने बुधवार को इतिहास रच दिया। इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला और चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश बन गया। शिवसेना (उद्धव ठाकरे) ने प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाने के फैसले को लेकर केंद्र की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार की नीति न तो किसानों और न ही उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद है। पार्टी की ओर से कहा गया कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का आश्वासन देती है, लेकिन इस तरह से काम करती है कि उन्हें अपेक्षित आय भी नहीं मिलती है। केंद्र सरकार ने 19 अगस्त को खरीफ उत्पादन घटने की आशंका और खुदरा कीमतों में मजबूती के संकेतों के बीच स्थानीय उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी।
इस फैसले के कारण महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों, विशेषकर नासिक जिले में किसानों और व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। नासिक प्याज उत्पादन के लिए देश भर में मशहूर है। सामना के संपादकीय में कहा गया, सरकार की नीति न तो किसानों के लिए फायदेमंद है और न ही उपभोक्ताओं के लिए। जब भी किसानों के लिए थोड़ा अधिक पैसा कमाने का मौका आता है, सरकार या तो निर्यात शुल्क का सहारा लेती है या निर्यात पर प्रतिबंध लगा देती है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे) ने कहा कि प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाने का यह फैसला अचानक घोषित किया गया और देश के बंदरगाहों पर हजारों टन प्याज फंसा हुआ है।