By अंकित सिंह | Apr 05, 2022
सोमवार को सुबह उठने के बाद जब हम ब्रेकफास्ट और ऑफिस जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी गोरखपुर से एक खबर आती है। खबर ये थी कि गोरखनाथ मंदिर के बाहर तैनात पुलिस के जवानों पर हमला किया गया है। इस खबर ने सभी को चौंका दिया। ऐसा इसलिए क्योंकि कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार लगातार बड़े-बड़े दावे करती है। लेकिन खुद योगी आदित्यनाथ के गढ़ में इस तरह का हमला हुआ। इस हमले को लेकर सरकार की ओर से जो प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई उसमें एक और नया एंगल सामने आ गया। लखनऊ में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के बाहर पुलिस के जवानों पर किया गया हमला एक गंभीर साजिश का हिस्सा है और उपलब्ध तथ्यों के आधार पर कहा जा सकता है कि यह आतंकी घटना है। इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हो गये थे। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या आतंकियों के निशाने पर गोरखपुर है।
बताया जा रहा कि हमलावर व्यक्ति आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए बदनीयती से मंदिर परिसर में घुसने का प्रयास कर रहा था, जिसे पीएसी एवं पुलिस के जवानों ने नाकाम कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की विवेचना यूपी एटीएस को सौंपे जाने का निर्देश दिया गया है। हमले को नाकाम करने वाले पीएसी के जवानों गोपाल गौड़ व अनिल पासवान तथा नागरिक पुलिस के जवान अनुराग राजपूत को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच लाख रुपये इनाम के रूप में दिए जाने की घोषणा की है। अवनीश अवस्थी ने कहा कि आरोपी के लैपटॉप और मोबाइल की गंभीरता से जांच की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि वह किन लोगों से जुड़ा रहा है। गोरखपुर में अधिकारियों ने कहा कि हमलावर को दिन में एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे और उन्होंने बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचकर हमले में घायल पुलिस जवानों की कुशलक्षेम पूछी। गौरतलब है कि गोरखनाथ मंदिर नाथ संप्रदाय की सर्वोच्च पीठ है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पीठ के महंत हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि मंदिर के द्वार संख्या-1 पर आरोपी द्वारा किए गए हमले में दो जवानों को गंभीर चोटें आयी हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी के पास से कई संदिग्ध वस्तुएं बरामद हुईं हैं, जिसको देखकर लगता है कि यह एक गंभीर साजिश का हिस्सा था। कुमार ने कहा कि आरोपी के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए हैं, वे काफी सनसनीखेज हैं। उन्होंने कहा कि जांच अभी शुरुआती चरण में है। कुमार ने कहा कि एक मामला पुलिस पर हमले के संबंध में गोरखनाथ पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है, जबकि धारदार हथियार के इस्तेमाल के संबंध में एक और मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर आरोपी मंदिर में प्रवेश करने में कामयाब हो जाता तो भक्तों को नुकसान होता और स्थिति अनियंत्रित हो जाती। अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान मुर्तजा अब्बासी के रूप में हुई है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने रविवार को अल्लाहु अकबर का नारा लगाकर जबरन मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश की। मुर्तजा से एटीएस ने आतंकी कनेक्शन को लेकर कई सवाल पूछे। हालांकि मुर्तजा बार-बार अपने बयान को बदलता रहा।
मुर्तजा अब्बासी कौन है
अब्बासी ने 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। उसने कई बड़ी कंपनियों में काम किया है जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज और एस्सार पैट्रोल केमिकल्स शामिल है। उसके पिता मोहम्मद मुनीर कई फाइनेंस कंपनियों के एडवाइजर रहे हैं। घरवालों का दावा है कि 2017 से उसके मानसिक हालात ठीक नहीं है। यूपी एटीएस के मुताबिक आरोपी कुछ दिन पहले नेपाल गया था और मंदिर में जिस धारदार हथियार से इसने हमले की कोशिश की उसे उसने महाराजगंज से खरीदा था। मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर का ही रहने वाला है। हालांकि आतंकी साजिश के शक में पुलिस लगातार इसकी जांच कर रही है और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन भी चला रही है।