By डॉ. अनिमेष शर्मा | Jan 30, 2025
टेलीकॉम इंडस्ट्री में नई क्रांति आने वाली है, क्योंकि अब कंपनियां कॉलिंग और SMS के लिए अलग से पैक जारी करने की योजना बना रही हैं। इसका सीधा लाभ उन उपभोक्ताओं को मिलेगा, जो केवल कॉलिंग के लिए फोन का उपयोग करते हैं या डुअल-सिम का उपयोग करते हुए एक सिम को केवल कॉलिंग और दूसरे को इंटरनेट के लिए इस्तेमाल करते हैं।
वॉइस+SMS पैक की मांग क्यों बढ़ रही है?
वर्तमान समय में टेलीकॉम कंपनियां अपने ग्राहकों को डेटा, कॉलिंग और SMS की सुविधा वाले प्लान उपलब्ध कराती हैं। हालांकि, कई उपयोगकर्ता केवल कॉलिंग और SMS के लिए फोन का उपयोग करते हैं। लेकिन उन्हें अनावश्यक डेटा के लिए भी भुगतान करना पड़ता है। यही कारण है कि वॉइस+SMS पैक की मांग बढ़ती जा रही है।
डुअल-सिम यूजर्स के लिए यह समस्या और जटिल हो जाती है। ऐसे उपभोक्ताओं को दोनों सिमों पर रिचार्ज करना पड़ता है—एक कॉलिंग के लिए और दूसरा इंटरनेट के लिए। CNBC की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार इस दिशा में नई गाइडलाइंस लाने की तैयारी कर रही है, जिससे देश के लगभग 30 करोड़ यूजर्स को सीधा लाभ मिलेगा।
बढ़े हुए रिचार्ज दामों से उपभोक्ताओं पर बोझ
देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां—जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया (VI)—ने हाल ही में रिचार्ज की दरें 25% तक बढ़ा दीं। जुलाई 2024 में जियो के ₹239 वाले प्लान को ₹299 का कर दिया गया, और एयरटेल के ₹179 वाले सबसे सस्ते प्लान को ₹199 का कर दिया गया।
इस बढ़ोतरी के बाद से उपभोक्ताओं ने डेटा के बिना सस्ते कॉलिंग प्लान की मांग शुरू कर दी। हालांकि, अब तक इस दिशा में कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया था। नई गाइडलाइंस के आने से यह उम्मीद है कि उपभोक्ताओं को अधिक किफायती विकल्प मिल सकेंगे।
स्पैम कॉल्स रोकने में असफल होने पर कंपनियों पर जुर्माना
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने स्पैम कॉल्स और मैसेज रोकने में विफल रहने के कारण रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और BSNL पर जुर्माना लगाया है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, TRAI ने टेलीकॉम कमर्शियल कम्युनिकेशन कस्टमर प्रेफरेंस रेगुलेशंस (TCCCPR) के तहत यह कार्रवाई की है।
लेटेस्ट राउंड में ट्राई ने कुल ₹12 करोड़ का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा, छोटे ऑपरेटर्स पर भी कार्रवाई की गई है।
कुल जुर्माना ₹141 करोड़ तक पहुंचा
पिछले जुर्मानों को जोड़ते हुए, टेलीकॉम कंपनियों पर कुल ₹141 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। TRAI ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) से इन बकायों को वसूलने के लिए कंपनियों की बैंक गारंटी भुनाने की सिफारिश की है। हालांकि, DoT का फैसला अभी लंबित है।
संभावित नए प्लान्स और उनके फायदे
नई गाइडलाइंस के तहत वॉइस+SMS पैक जारी होने से टेलीकॉम कंपनियों के उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। इन पैक्स के प्रमुख फायदे निम्नलिखित हो सकते हैं:
1. सस्ते विकल्प: जो उपभोक्ता केवल कॉलिंग और SMS के लिए फोन का उपयोग करते हैं, उन्हें डेटा के लिए अतिरिक्त भुगतान नहीं करना पड़ेगा।
2. डुअल-सिम यूजर्स को राहत: डुअल-सिम उपयोगकर्ता एक सिम पर कॉलिंग और दूसरे पर इंटरनेट के लिए अलग-अलग रिचार्ज कर सकते हैं, जिससे उनकी लागत कम होगी।
3. स्पैम कॉल्स पर नियंत्रण: TRAI के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कंपनियां स्पैम कॉल्स और मैसेज पर बेहतर तरीके से रोक लगा सकती हैं।
उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों को समझने की आवश्यकता
आज के दौर में हर टेलीकॉम उपभोक्ता की जरूरतें अलग-अलग हैं। कुछ उपभोक्ता केवल कॉलिंग और SMS पर निर्भर हैं, जबकि अन्य को डेटा की जरूरत होती है। टेलीकॉम कंपनियों को इन विविध आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अपनी सेवाओं को डिजाइन करना होगा।
सरकार की नई गाइडलाइंस और TRAI की सक्रियता से यह स्पष्ट है कि उपभोक्ताओं को बेहतर और सस्ती सेवाएं देने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे न केवल उपभोक्ताओं को फायदा होगा, बल्कि टेलीकॉम कंपनियों के लिए भी यह एक अवसर होगा, जहां वे अपनी सेवाओं को और बेहतर बना सकें।
वॉइस+SMS पैक की शुरुआत से टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है। यह कदम उन 30 करोड़ उपभोक्ताओं के लिए बेहद लाभकारी होगा, जो कॉलिंग और SMS के लिए सस्ते और किफायती विकल्पों की तलाश में हैं। टेलीकॉम कंपनियों के लिए यह समय है कि वे उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सस्ती और प्रभावी सेवाएं प्रदान करें। इससे न केवल उनकी आय बढ़ेगी, बल्कि उपभोक्ताओं का विश्वास भी मजबूत होगा।
- डॉ. अनिमेष शर्मा