By अंकित सिंह | Jul 04, 2022
दिल्ली विधानसभा ने अपने सदस्यों के वेतन एवं भत्ते में 66 फीसद से अधिक की वृद्धि से संबंधित विधेयक पारित किये। इसको लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली विधानसभा में विधायकों, मंत्रियों, स्पीकर और विपक्ष के नेताओं का वेतन बढ़ाने का विधेयक पास हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले करीब 11 साल से दिल्ली के विधायकों को 12,000 रुपए वेतन मिलता था जिसे बढ़ाकर एक बार 30,000 रुपए किया गया था।
सिसोदिया ने आगे कहा कि भत्ते सहित अब इस वेतन को 90,000 रुपए किया गया है। पिछले 7 साल में इस पर कई बार चर्चा हुई है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार को इस पर कुछ आपत्ति थी और उन्होंने कुछ सुझाव दिए थे। हमने सुझावों को मानते हुए इसे पारित किया है। हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार इसको पास करेगी। वित्त विभाग का कामकाज संभाल रहे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘‘ प्रतिभाशाली लोगों को राजनीति में आने के वास्ते प्रेरित करने के लिए पारितोषक हो। कॉरपोरेट को तनख्वाह की वजह से अच्छे लोग मिलते हैं।’’
आपको बता दें कि देश में दिल्ली के विधायकों की सबसे कम तनख्वाह है। मंत्रियों, विधायकों, मुख्य सचेतक, विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और विपक्ष के नेता के वेतन में वृद्धि से संबंधित पांच अलग-अलग विधेयक सदन में पेश किये गये और सदस्यों ने उन्हें पारित किया। सदस्यों ने कहा कि उनका वेतन बढ़ती महंगाई और विधायकों द्वारा किये जाने वाले कार्यों के अनुरूप होना चाहिए। भाजपा विधायक एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी इस वेतन वृद्धि का समर्थन किया।