By अनुराग गुप्ता | Nov 15, 2021
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को 'जनजातीय गौरव दिवस' कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए भोपाल के जंबूरी मैदान पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनजातीय प्रतीकों बैगा माला, पगड़ी, जैकेट एवं तीरकमान भेंटकर पारंपरिक रूप से उनका स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मैं आज भगवान बिरसा को प्रणाम करता हूं क्योंकि उन्होंने हमारे आदिवासी जनजातीय समाज को अंग्रेजों के शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए जबरदस्त संघर्ष किया था और अपने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया था।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एक जमान था, जब सिर्फ एक पार्टी राज करती थी, उसने एक खांदान के अलावा आजादी की लड़ाई का योगदान और श्रेय किसी और को नहीं दिया। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान बिरसा का सम्मान किया, जो सम्पूर्ण जनजाति का सम्मान है। रानी कमलापति ने ले ली थी समाधी उन्होंने कहा कि राजधानी भोपाल केवल नवाबों का इतिहास नहीं था, यहां कभी गोंडवाना का राज हुआ करता था। भोपाल से लेकर किन्नौरगढ़, गढ़ामंडला, संग्रामपुर यह 52 गढ़ थे और इनमें से एक गढ़ की रानी कमलापति थीं। अफगानिस्तान से आया दोस्त मोहम्मद खां ने छल और कपट से पहले इस्लामनगर को लूट बाद में भोपाल पर कब्जा करने के बाद किन्नौरगढ़ पर उसकी दृष्टि गई और रानी पर भी उसकी बुरी नजर थी। ऐसे में रानी के बेटे नबलशाह वीरता पूर्वक लड़े लेकिन लालघाटी में शहीद हो गए और जब रानी को यह समाचार मिला और उन्हें जब लगा कि वो अपने राज का संरक्षण और अपने सम्मान की रक्षा नहीं कर पाएंगी। तब उन्होंने छोटे तालाब में समाधी ले ली। उन्होंने कहा कि सभी ने रानी कमलापति को भुला दिया था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने हबीबगंज को नाम रानी कमलापति के नाम पर रख कर उनका सम्मान बढ़ाया है। प्रधानमंत्री ने आदिवासी जनजाति और भोपाल का सम्मान बढ़ाया है।
भारत में वैक्सीन बनी भी और लगी भी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारत पहले वैक्सीन नहीं बना पाता था लेकिन भारत में वैक्सीन बनी भी और लगी भी। यह वैक्सीन नहीं जिन्दगी का डोज है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ने डीजल और पेट्रोल का रेट घटाया और आपने किसानों के लिए डीएपी खाद की कीमत भी कम करके 1200 रुपए में उन्हें दी है।