By अनन्या मिश्रा | Sep 13, 2023
भारत के पश्चिमी राज्य गुजरात में घूमने के लिए कई जगहें हैं। यह एक ऐसा राज्य है, जो विशेष तौर पर अपने कल्चर के लिए जाना जाता है। हालांकि धर्म और आध्यात्म से जुड़ा व्यक्ति इस राज्य में आकर निराश नहीं होगा। बता दें कि गुजरात में देवी मां दुर्गा को समर्पित कई फेमस मंदिर हैं। यह मंदिर ना सिर्फ अपनी प्राचीनता बल्कि बीते युग के आर्किटेक्चर को भी दर्शाते हैं। इन मंदिरों का भक्तों के लिए अपना एक अलग धार्मिक महत्व है। ऐसे में इस आर्टिकल के जरिए हम आपको गुजरात के कुछ फेमस देवी मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनका अपना महत्व है।
नर्मदा माता मंदिर
गुजरात के भरूच शहर में डांडिया बाजार में नर्मदा माता मंदिर स्थिति है। इस मंदिर को हिंदू देवी शक्ति के रूप में माना जाता है। बताया जाता है कि यह मंदिर करीब 150 साल पुराना है। मान्यता के अनुसार, मां नर्मदा अपने भक्तों के सपनों को साकार करती हैं। नर्मदा माता मंदिर अपनी नक्काशी और मूर्तियों के लिए भी जाना जाता है। इस मंदिर में दर्शन करने और देवी नर्मदा का आशीर्वाद लेने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं।
कालिका माता मंदिर
गुजरात में पावागढ़ पहाड़ी पर कालिका माता मंदिर स्थित है। यह मंदिर मां काली को समर्पित है। कालिका माता मंदिर को पश्चिमी भारत के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में माना जाता है। इस मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी के आसपास करवाया गया था। इस मंदिर की वास्तुकला और नक्काशी बेहद खूबसूरत हैं साथ ही मंदिर की मूर्तियां भी बस देखते ही बनती हैं।
अम्बाजी मंदिर
गुजरात के बनासकांठा जिले के अम्बाजी शहर में स्थित अम्बाजी मंदिर काफी फेमस है। हिंदू धर्म के लोगों के लिए इस मंदिर का अपना एक विशिष्य महत्व है। दूर-दूर से भक्त देवी के दर्शन के लिए अम्बाजी मंदिर पहुंचते हैं। बता दें कि वल्लभी राजवंश के राजा अरुण सेन की पहल पर 14वीं शताब्दी में यह मंदिर अपने अस्तित्व में आया था। इस मंदिर में एक विश्व श्रीयंत्र स्थिति है, जिस पर श्री शब्द अंकित है। यह देवी अम्बाजी का प्रतीक माना जाता है। एक समय पर पीएम मोदी भी अम्बाजी माता के दर्शन के लिए जाते थे।
रुक्मिणी देवी मंदिर
गुजरात राज्य के द्वारका शहर में स्थित रुक्मिणी देवी मंदिर भगवान कृष्ण की पत्नी रुक्मिणी को समर्पित है। रुक्मिणी देवी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए यह मंदिर काफी महत्वपूर्ण है। रुक्मिणी देवी मंदिर क्षेत्र के सात सबसे पवित्र पूजा स्थलों में से एक माना जाता है। मान्यचा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण रुक्मिणी को विवाह स्थल से दूर लेकर गए थे और जिस स्थान पर उन्होंने देवी रुक्मिणी से विवाह किया था। वहीं पर यह मंदिर बनाया गया है।
गीता मंदिर
गुजरात में त्रिवेणी संगम घाट पर सोमनाथ मंदिर के निकट स्थित हीता मंदिर की स्थापना बिड़ला परिवार ने करीब 70 के दशक के आसपास की थी। फेद संगमरमर से निर्मित इस मंदिर की दीवारों पर श्रीमद्भागवत गीता के श्लोक और भजन लिखे हुए हैं। इस मंदिर में आप अपने आवाज की गूंज भी सुन सकते हैं।