By अभिनय आकाश | Mar 01, 2021
पश्चिम बंगाल के किले को भेदने के लिए बीजेपी ने पूरा जोर लगा रखा है। ममता बनर्जी परिवर्तन के नाम पर सत्ता में आईं थीं लेकिन क्या सचमुच बंगाल में परिवर्तन हो पाया। एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 1977 से 1996 तक पश्चिम बंगाल में 29 हजार लोग राजनीतिक हिंसा में मारे गए। 60 के दशक के शुरुआत से ही बंगाल में राजनीतिक हिंसा होती रही है। ये अब भी जारी है। 26 फरवरी की रात को कोलकाता में बीजेपी के चुनावी रथ में तोड़-फोड़ हुई और उसके बाद बीती रात उत्तर 24 परगना में बीजेपी कार्यकर्ता पर हमला किया गया। हैरानी की बात है कि बीजेपी कार्यकर्ता के 75 साल के बुजुर्ग मां को भी हमलावरों ने नहीं बक्सा।
सबसे ज्यादा रेप के मामले बंगाल में हैं: विजयवर्गीय
बंगाल में बेटी बनाम बुआ की जंग भी चल रही है वहीं बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बंगाल में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज़्यादा रेप के मामले हैं। विजयवर्गीय ने सवाल पूछा कि जब बंगाल की बेटी मुख्यमंत्री है। तो फिर बंगाल के अंदर बेटियां सुरक्षित क्यों नहीं। ये सारे प्रश्न है मुझे लगता है इन प्रश्नों का उत्तर बीजेपी है। यहां हम सोनार बांग्ला का सपना साकार करने की कोशिश करेंगे। वहीं बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने भी ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ममता दीदी के राज में लोकतंत्र नहीं है। बंगाल में किम जोंग का तंत्र चल रहा है। इसलिए इनका जाना तय है। भाजपा 200 से ज्यादा सीटें लाएगी और बंगाल में सरकार बनाएगी।
सरबंती चटर्जी भाजपा में शामिल
पश्चिम बंगाल की अभिनेत्री सरबंती चटर्जी ने बीजेपी नेता दिलीप घोष और कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने उनका भाजपा में स्वागत किया गया। घोष ने कहा, ‘‘हम सरबंती चटर्जी का अपनी पार्टी में स्वागत करते हैं। विभिन्न क्षेत्रों के लोग आज भाजपा में शामिल हुए।