By रेनू तिवारी | Aug 26, 2022
कांग्रेस के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया हैं। काफी दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे गुलाम नबीं आजाद। पार्टी से इस्तीफा देने से पहले उन्होंने कश्मीर की इकाई का पद छोड़ दिया था। पार्टी की आलाकमान सोनिया गांधी लगातार नाराज नेताओं को मनाने की कोशिश कर रही थी। गुलाम नबी आजाद ने पांच पन्नों का लेटर लिखकर अपना इस्तीफा पार्टी को भेजा हैं। उन्होंने यह आरोप लगाया है कि राहुल गांधी जब से पार्टी को संभाल रहे हैं तब से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बातों को नजरअंदाज किया जा रहा हैं। पार्टी के अंदर अनुभवी लोगों की बात को नहीं सुना जाता हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को राहुल गांधी ने लगातार साइडलाइन कर दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे पांच पृष्ठ के त्यागपत्र में आजाद ने कहा कि वह ‘भारी मन’ से यह कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से पहले ‘कांग्रेस जोड़ो यात्रा’ निकाली जानी चाहिए थी। आजाद ने कहा कि पार्टी में किसी भी स्तर पर चुनाव संपन्न नहीं हुए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस लड़ने की अपनी इच्छाशक्ति और क्षमता खो चुकी है। आजाद पार्टी के ‘जी23’ समूह के प्रमुख सदस्य रहे हैं। हाल ही में उन्होंने जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चुनाव अभियान समिति के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया था।
इससे पहले हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने पार्टी की राज्य इकाई की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से रविवार को इस्तीफा दे दिया था। उनके इस कदम को कांग्रेस के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे अपने पत्र में कथित तौर पर कहा है कि उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंची है, क्योंकि उनसे पार्टी की किसी भी बैठक के लिए परामर्श नहीं किया गया और न ही उन्हें उनमें आमंत्रित किया गया।