Shani Mantra: शनिदेव की कृपा पाने के लिए रोजाना करें इन मंत्रों का जाप, सूर्य की तरह चमक उठेगा भाग्य

By अनन्या मिश्रा | Feb 23, 2024

शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इसलिए शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। मान्यता के मुताबिक शनिवार के दिन जो जातक शनिदेव की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। उसके सभी कष्ट, काल, दुख और दर्द दूर हो जाते हैं। साथ ही वह व्यक्ति अपने जीवन में उन्नति की राह पर चलता रहता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक शनिदेव को कर्म का देवता माना गया है और वह न्यायप्रिय देवता है। अच्छे कर्म करने वाले जातकों को शनिदेव मनोवांछित फल देते हैं और बुरे कर्म करने वाले व्यक्ति को बुरे दंड देते हैं। ऐसे में अगर आप भी शनिदेव की कृपा पाना चाहते हैं, तो शनिवार को शनिदेव की पूजा के साथ ही इन मंत्रों का जाप करना चाहिए। शनिदेव के इन मंत्रों के जाप से व्यक्ति के जीवन में आने वाले कष्ट और बाधाएं दूर होती हैं।


शनि महामंत्र

ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।

छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥


शनि दोष निवारण मंत्र

ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।

उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।


शनि का पौराणिक मंत्र

ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।

छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।

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शनि का वैदिक मंत्र

ऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।


शनि गायत्री मंत्र

ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।

ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः।


सेहत के लिए शनि मंत्र

ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिहा।

कंकटी कलही चाउथ तुरंगी महिषी अजा।।

शनैर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्।

दुःखानि नाश्येन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखमं।।


तांत्रिक शनि मंत्र

ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।

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