पहले राहुल को मनाने की कोशिश करेंगे गहलोत, नहीं मानने पर भरेंगे नामांकन, पायलट ने भी दे दी टेंशन

By अंकित सिंह | Sep 20, 2022

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर लगातार राजनीतिक हलचल तेज है। कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, क्या सर्वसम्मति से अगला अध्यक्ष चुना जाएगा, क्या कांग्रेस अध्यक्ष के लिए एक से अधिक उम्मीदवार होंगे, यह ऐसे तमाम सवाल हैं जो अभी भी अनुत्तरित हैं। सूत्रों का दावा है कि अशोक गहलोत अध्यक्ष पद के लिए 26 तारीख को अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। वहीं, खबर यह भी है कि शशि थरूर ने भी कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए अपनी इच्छा व्यक्त कर दी है। जिसके बाद सोनिया गांधी की ओर से उन्हें हरी झंडी दे दी गई है। कांग्रेस नेताओं का साफ तौर पर मानना है कि अध्यक्ष पद का चुनाव कोई भी लड़ सकता है। यह स्वतंत्र रूप से खुला मंच है। हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। इसके साथ ही पूरी तरह से निष्पक्षता का दावा किया जा रहा है। 

 

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राहुल को होगी मनाने की कोशिश

कांग्रेस के अनुभवी नेताओं में से एक और गांधी परिवार के बेहद भरोसेमंद रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फिलहाल अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। गहलोत के सूत्रों का दावा है कि पहले वह राहुल गांधी को चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे। अगर राहुल गांधी इससे इनकार करते हैं तभी वह 26 को नामांकन दाखिल करेंगे। अगर कोई और नेता नामांकन दाखिल नहीं करता है तो अशोक गहलोत का अध्यक्ष पद ना तय होगा। लेकिन नामांकन दाखिल होने की स्थिति में 17 अक्टूबर को चुनाव कराए जाएंगे। सूत्रों का यह भी दावा है कि सोनिया गांधी ने शशि थरूर से यह भी कह दिया है कि गांधी परिवार का कोई भी सदस्य इस बार अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेगा। वहीं, अशोक गहलोत का साफ तौर पर कहना है कि राहुल गांधी को ही अध्यक्ष बनना चाहिए। 

 

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सचिन पायलट ने दे दी टेंशन

भले ही अशोक गहलोत अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। लेकिन उनकी नजर राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की कुर्सी पर है। अध्यक्ष बनने की स्थिति में उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है। ऐसे में राजस्थान में किसी और नेता को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। ऐसे में पहला नाम सचिन पायलट का ही आता है। सचिन पायलट काफी समय से इसका इंतजार कर रहे हैं। सचिन पायलट फिलहाल दिल्ली दौरे पर भी आ चुके हैं। कांग्रेस पार्टी का भी एक वर्ग चाहता है कि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिलनी चाहिए।


हालांकि सचिन पायलट के साथ अशोक गहलोत के रिश्ते कैसे हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। अशोक गहलोत किसी भी कीमत पर नहीं चाहेंगे कि सचिन पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री बने। सूत्रों का दावा है कि अशोक गहलोत ने साफ तौर पर कहा है कि उनके अध्यक्ष बनने की स्थिति में राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री सचिन पायलट को नहीं बल्कि सीपी जोशी को बनाया जाए। सीपी जोशी अशोक गहलोत के बेहद करीबी माने जाते हैं। इतना ही नहीं, वह फिलहाल राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष भी हैं। 

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