By नीरज कुमार दुबे | Apr 13, 2023
उत्तर प्रदेश में पूरी तरह कानून का राज है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानून से खिलवाड़ करने वालों को बिल्कुल नहीं बख्शते। जिस उत्तर प्रदेश में एक समय माफियाओं का राज हुआ करता था आज वहां माफिया या तो मारे जा चुके हैं या आत्मसमर्पण कर चुके हैं। प्रयागराज में वकील उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या हुई तो सवाल उठा कि क्या यही है कानून व्यवस्था जिसका दम मुख्यमंत्री भरते हैं। लेकिन बाबा योगी ने साफ कर दिया था कि माफिया को मिट्टी में मिला देंगे और हुआ भी यही। उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने आज झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित, पांच-पांच लाख रुपये के इनामी असद और गुलाम की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम में पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु और विमल शामिल थे। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गये आरोपियों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किये गये हैं। हम आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े दो और शूटर पहले ही मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 2005 में बहुजन समाज पार्टी विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, असद सहित दो बेटों, शूटर गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
असद और गुलाम की मौत की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा है कि मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करती हूं। उन्होंने जो किया है बहुत अच्छा किया है। उन्होंने अपनी बेटी के सुहाग के कातिलों को सजा दिलाई। उन्होंने कहा है कि इंसाफ हुआ है।
दूसरी ओर, बताया जा रहा है कि अपने बेटे की मौत की खबर सुन कर अतीक अहमद आज प्रयागराज कोर्ट परिसर में खूब रोया। हम आपको बता दें कि माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद तथा उसके भाई अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में प्रयागराज की एक अदालत में पेश किया गया। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, अतीक और अशरफ को 11 बजकर 10 मिनट के आसपास मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश गौतम की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने अतीक और उसके भाई को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। हम आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में पेशी के लिए अतीक को जहां गुजरात की उच्च सुरक्षा वाली साबरमती सेंट्रल जेल से प्रयागराज लाया गया था, वहीं उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को बरेली की एक जेल से सड़क मार्ग के जरिये प्रयागराज लाया गया था।
हम आपको यह भी बता दें कि साबरमती सेंट्रल जेल से प्रयागराज ले जाए जा रहे गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि वह मिट्टी में मिल गया है और अब उसके परिवार की महिलाओं और बच्चों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। गुजरात की साबरमती जेल से लाए जा रहे अतीक अहमद ने रास्ते में पुलिस वैन के अंदर से मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, "हम आपके जरिये सरकार से कहना चाहते हैं, हम बिलकुल मिट्टी में मिल गए हैं अब हमारी औरतों और बच्चों को परेशान न करें।" गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद इस मामले पर समाजवादी पार्टी द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में अतीक अहमद की तरफ इशारा करते हुए कहा था, "हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।"
अतीक अहमद ने एक सवाल पर कहा, "हमारी माफियागीरी तो पहले ही खत्म हो गई है। अब हमें बस रगड़ा जा रहा है।" उमेश पाल हत्याकांड में वांछित अपने बेटे असद के बारे में पूछे जाने पर अहमद ने कहा, "हम क्या जाने..हम तो जेल में हैं।" इससे पहले, अतीक अहमद ने दावा किया था कि गुजरात की साबरमती सेंट्रल जेल में उसे परेशान किया जा रहा है। उसने यह भी दावा किया कि उसका परिवार बर्बाद हो गया, लेकिन मीडिया की वजह से वह खुद सुरक्षित है।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि मैं STF टीम को बधाई देता हूं। जो अपराध करेगा वो बचेगा नहीं, उसे फांसी होगी और अगर कोई पुलिस से भिड़ेगा तो पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी होगी। यह बहुत ऐतिहासिक कार्रवाई है और बहुत बड़ा संदेश है कि अपराधियों का युग समाप्त हो गया है।