By रितिका कमठान | Sep 15, 2023
प्रथम पूज्य भगवान गणेश सभी विघ्नों को हरने वाले है। हर वर्ष गणेश चतुर्थी खास तौर से मनाई जाती है। इस वर्ष 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी को गणेश जी के जन्मोत्सव के तौर पर मनाया जाता है। ये त्योहार कुल 10 दिनों तक चलता है।
इस दौरान भक्त भगवान गणेश जी की मूर्ति को घर पर लाते हैं और उन्हें विराजमान करते है। पूरे 10 दिनों तक विधि विधान के साथ गणेश जी की पूजा की जाती है। इसके बाद 10 दिन पूरे होने पर अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश जी को विदा किया जाता है और अगले वर्ष आने का निमंत्रण भी दिया जाता है।
दरअसल जो भक्त भगवान गणेश जी का पूजन करता है उनपर भगवान गणेश अपनी कृपा जल्दी देते है। भगवान गणपति की पूजा करने में किसी तरह की गलती नहीं की जानी चाहिए। अगर भगवान गणेश जी की पूजा में विधि का ध्यान नहीं रखा जाए और वर्जित चीजों का उपयोग किया जाए तो पूजा स्वीकार नहीं करते है। इस पूजा को करने का फल भी नहीं मिलता है। भगवान गणेश जी की पूजा में ये गलतियां नहीं करनी चाहिए।
ना करें पूजा में ये गलतियां
चावल
चावल को अक्षत भी कहा जाता है। अक्षत का अर्थ होता है बिना क्षय हुआ यानी संपूर्ण। भगवान गणेश जी की पूजा में अपूर्ण चावल का उपयोग नहीं किया जाता है। उनकी पूजा में चावल के टूटे दानों का कभी भी उपयोग नहीं किया जाता है। गणेश जी की पूजा में हमेशा सिर्फ गीले चावलों को चढ़ाना चाहिए।
तुलसी
हिंदू धर्म में तुलसी का महत्व बेहद अधिक होता है। आमतौर पर किसी पूजा में तुलसी का उपयोग किया जाता है। पूजा को तुलसी के बिना अधूरा माना जाता है। मगर बप्पा की पूजा करने के दौरान गलती से भी तुलसी के पत्तों का उपयोग नहीं किया जाता है। तुलसी की पत्तियों का उपयोग गणेश जी के पूजन में वर्जित होता है। तुलसी जी को गणेश जी ने श्राप दिया था इसलिए उनकी पूजा में ये उपयोग नहीं होती है। तुलसी की जगह गणेश जी को दूर्वा चढ़ानी चाहिए।
सफेद चीजें भी हैं वर्जित
भगवान गणेश जी और चंद्र देव के बीच भी संबंध अच्छे नहीं माने जाते है। चंद्रमा ने गणेशजी के स्वरूप का उपहास उड़ा था, जिससे गणेश जी रुष्ठ हो गए थे। इसके बाद गणेश जी ने चंद्रमा को श्राप दिया था और कहा था कि उनका सौंदर्य खत्म हो जाएगा। वहीं सफेद चीजों का संबंध चंद्रमा से होता है इसलिए गणेश जी की पूजा में सफेद चीजों का उपयोग वर्जित होता है। सफेद की जगह पीला चंदन, पीले वस्त्र और पीला जनेऊ पूजा में उपयोग कर सकते है।
फूल
गणेश जी की पूजा करने के दौरान हमेशा ध्यान रखें की उन्हें कभी भी बासी या पुराने फूल नहीं चढ़ाने चाहिए। उनकी पूजा में केतकी के फूलों का उपयोग भी वर्जित होता है।