By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 25, 2023
जी20 के दूसरे प्रारूप कार्य समूह (एफडब्ल्यूजी) की दो दिनों तक यहां चली बैठक में वैश्विक मुद्रास्फीति पर काबू पाने के प्रयास तेज करने और उभरते हुए वित्तीय जोखिमों को लेकर सजग रहने की जरूरत पर बल दिया गया। प्रारूप कार्य समूह की बैठक यहां शुक्रवार को शुरू हुई थी। इसकी अध्यक्षता मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने की जबकि ब्रिटेन की मुख्य आर्थिक सलाहकार क्लेयर लोम्बार्डेली ने इसकी सह-अध्यक्षता की। दुनिया के 20 विकसित एवं विकासशील देशों के समूह जी20 के सदस्य देशों के करीब 85 प्रतिनिधियों, आमंत्रित सदस्यों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस बैठक में शिरकत की।
आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, कार्य समूह की बैठक में सदस्यों ने इस साल के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों की दिशा में बढ़ने के तरीकों पर चर्चा की। खाद्य एवं ऊर्जा असुरक्षा के अलावा जलवायु परिवर्तन के वृहद-आर्थिक प्रभावों पर भी बैठक में चर्चा की गई। विज्ञप्ति के मुताबिक, वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और जोखिमों पर चर्चा के दौरान वैश्विक मुद्रास्फीति पर काबू पाने के उपाय तेज करने और उभरते वित्तीय जोखिमों को लेकर सतर्क बने रहने की जरूरत पर जोर दिया गया। इस दौरान खाद्य एवं ऊर्जा की बढ़ी हुई कीमतों का कई देशों की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे असर के बारे में भी चर्चा की गई।