By अंकित सिंह | Jan 09, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ओडिशा में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने इस अवसर के महत्व पर भी प्रकाश डाला, और बताया कि कुछ ही दिनों में प्रयागराज में महाकुंभ मेला शुरू हो जाएगा। उन्होंने देश भर में व्याप्त खुशी के माहौल पर जोर देते हुए मकर संक्रांति और माघ बिहू के आगामी त्योहारों का भी उल्लेख किया। अपने संबोधन में, प्रधान मंत्री ने वैश्विक व्यापार और आध्यात्मिकता में इसके महत्वपूर्ण योगदान को ध्यान में रखते हुए, ओडिशा की गहन सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की भी प्रशंसा की।
मोदी ने कहा कि दुनिया में जब तलवार के जोर पर साम्राज्य बढ़ाने का दौर था, तब हमारे सम्राट अशोक ने यहां शांति का रास्ता चुना था। हमारी विरासत का ये वही बल है, जिसकी प्रेरणा से आज भारत, दुनिया को ये कह पाता है कि भविष्य युद्ध में नहीं है, बुद्ध में है। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा भारतीय डायस्पोरा को भारत का राष्ट्रदूत माना है। मुझे बहुत खुशी होती है, जब पूरी दुनिया में आप सभी साथियों से मिलता हूं, आपसे बातचीत करता हूं। जो प्यार मुझे मिलता है, वो भूल नहीं सकता हूं। आपका प्यार, आपका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सिर्फ लोकतंत्र की जननी नहीं हैं, बल्कि लोकतंत्र हमारी जीवन का हिस्सा है। हमें विविधता सिखानी नहीं पड़ती, हमारा जीवन ही विविधता से चलता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जहां भी जाते हैं, वहां के समाज के साथ जुड़ जाते हैं। भारतीय जहां भी जाते हैं, वहां के नियम और परंपरा का सम्मान करते हैं। हम पूरी ईमानदारी से उस देश की, उस समाज की सेवा करते हैं। इस सबके साथ ही हमारे दिल में भारत भी धड़कता रहता है।
मोदी ने कहा कि भारत की सफलता आज दुनिया देख रही है। आज जब भारत का चंद्रयान शिव शक्ति प्वाइंट पर पहुंचता है, तो हम सब को गर्व होता है। आज जब दुनिया, डिजिटल इंडिया की ताकत देखकर हैरान होती है, तो हम सब को गर्व होता है। आज भारत का हर सेक्टर आसमान की ऊंचाई छूने को आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की बात को आज दुनिया ध्यान से सुनती है। आज का भारत, अपना मद्दे तो मजबती से रखता ही है, वैश्विक दक्षिण की आवाज को भी पूरी ताकत से उठाता है।