By टीम प्रभासाक्षी | Jul 27, 2021
लखनऊ। एक तरफ जहां देश की राज्य सरकारें जबरन धर्मांतरण को लेकर सख्त कानून बना रही हैं। वहीं दूसरी तरफ अवैध धर्मांतरण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अब अवैध धर्मांतरण के मामले में फंडिंग को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। यह बात एटीएस की जांच में सामने आई है कि अवैध धर्मांतरण के लिए विदेश के साथ देश से भी फंडिंग की जा रही थी। एटीएस की जांच में पता चला है कि मुस्तफा शेख दुबई से और आमिर शेख मुंबई से सलाउद्दीन के एफएमआई के ट्रस्ट की फंडिंग करते थे। फंडिंग की यह रकम अकाउंट और हवाला के जरिए आती थी। यह भी माना जा रहा है कि इस रकम का अवैध धर्मांतरण के मामले में अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल किया जाता था।
जांच में केरल की एक संस्था पर खुलासा सलाउद्दीन को गुजरात से गिरफ्तार करने के बाद उसे कस्टडी में लेकर पूछताछ की गई है। जिसके बाद अब उसके जवाबों के आधार पर एटीएस आगे की जांच कर रही है। जांच के दौरान केरल की एक संस्था नदवातुल मुजाहिदीन का नाम भी सामने आया है। इस संस्था ने भी उमर गौतम को अवैध धर्मांतरण मामले में रकम भेजी थी। यहां आपको बता दें कि यूपी एटीएस ने उमर गौतम और मुफ्ती जहांगीर को गिरफ्तार कर पूरे देश में चलाए जा रहे धर्मांतरण रैकेट का खुलासा किया था। कानपुर के 13 खातों में हो रही थी टेरर फंडिंग इस मामले में एटीएस अबतक 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस रैकेट को लेकर एटीएस ने दावा किया था कि लोगों का नौकरी, पैसे और शादी का लालच देकर जबरन धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। धर्मांतरण को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। यूपी के कई शहरों में लोगों के बैंक खातों में टेरर फंडिंग भी की जा रही है। यूपी के कानपुर में ही एटीएस ने ऐसे 13 खातों का पता लगाया था जिनमें टेरर फंडिंग की जा रही थी। वहीं इनमें से 9 ऐसे खाते थे जिनमें पिछले 6 महीनों के दौरान 32 लाख रुपए से ज्यादा का विदेशी लेनदेन हुआ।