प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अगले महीने से जुलाई तक सघन विदेशी दौरे का कार्यक्रम है जो श्रीलंका की यात्रा से शुरू होगा। अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंका के अलावा प्रधानमंत्री अमेरिका, इस्राइल, रूस, जर्मनी, स्पेन और कजाख्सितान जायेंगे। मोदी अगले महीने के दूसरे सप्ताह में श्रीलंका जायेंगे और बौद्ध कैलेंडर के महत्वपूर्ण अवसर माने जाने वाले ‘वेसाक दिवस’ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। अंतरराष्ट्रीय वेसाक दिवस कोलंबो में 12 से 14 मई तक आयोजित किया जायेगा जिसमें अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन भी शामिल है जिसमें 100 से अधिक देशों के 400 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
कोलंबो में श्रीलंका के न्याय मंत्री विजयदास राजपक्षे ने आज कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री ने यात्रा पर आने की पुष्टि की है। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री बनने के बाद श्रीलंका की अपनी दूसरी यात्रा पर मोदी जाफना और कैंडी जा सकते हैं। मोदी ने इससे पहले 2015 में श्रीलंका की यात्रा की थी। श्रीलंका के बाद प्रधानमंत्री रूस के सेंट पीटर्सबर्ग जायेंगे जहां वे 1 से 3 जून तक सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनामिक फोरम की बैठक में हिस्सा लेंगे। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री द्विपक्षीय यात्रा पर जर्मनी और स्पेन भी जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री का इसके बाद कजाखिस्तान जाने का कार्यक्रम हैं जहां वे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की अस्ताना में 7 से 8 जून को होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे। इस बैठक यह महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी इसमें हिस्सा लेने आ रहे हैं। एससीओ समूह में रूस, चीन, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। कजाखिस्तान के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी20 की बैठक में हिस्सा लेने जर्मनी के हैम्बर्ग जायेंगे। यह बैठक 7 से 8 जुलाई को होगी। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री अमेरिका और इस्राइल भी जायेंगे लेकिन इसके बारे में अभी तिथि तय नहीं हुई है।