By अभिनय आकाश | May 28, 2021
महाराष्ट्र के बाद अगर कोरोना ने किसी राज्य में तबाही मचाई तो वो उत्तर प्रदेश था। जहां हर रोज आंकड़े डरा रहे थे। शमशान की तस्वीरें रूंह कंपा रही थी। जब जब पूरा प्रदेश कोरोना के कहर से त्राहिमाम कर रहा था, सारी व्यवस्था ध्वस्त हो रही थी। तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद मोर्चा संभाला औऱ 30 अप्रैल से निकल पड़े प्रदेश का चप्पा-चप्पा नापने। सीएम योगी ने तीस दिन में 18 मंडल का दौरा कर 75 जिलों में महामारी से लड़ने की तैयारियों का खाका खींच दिया। आपदा में शायद ही किसी सीएम ने सूबे के हर जिले का ऐसा दौरा किया हो और जमीन पर जाकर महामारी का जायजा लिया हो।
30 दिन में योगी ने किया तूफानी दौरा
16 मई- नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ
22 मई- इटावा, कानपुर, सैफई
23 मई-बांदा, झांसी
24 मई- आजमगढ़, गोंडा, वाराणसी
25 मई- गोरखपुर, मिर्जापुर
26 मई- देवरिया, बस्ती
तैयारियों का खींचा खाका
पिछले चार हफ्तों से मुख्यमंत्री लगातार फील्ड में ही नजर आ रहे हैं। कभी वो वाराणसी पहुंच जाते हैं तो कभी गोरखपुर पहुंच जाते हैं। बस्ती, सिद्धार्थनगर, मिर्जापुर हर जगह मुख्यमंत्री गए। इन जिलों में सैफई और अलीगढ़ जैसे जिले में भी शामिल रहे, जिन्हें बीजेपी के विरोधियों का गढ़ भी कहा जाता है। सीएम योगी ने मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई का भी दौरा किया और समाजवादियों के गढ़ कहे जाने वाले इटावा में भी इलाज की समुचित व्यवस्था करने के लिए अफसरों को निर्देश देते दिखें। इसके अलावा सीएम योगी अखिलेश के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ का भी दौरा किया।