केवल 20 दिनों में सीखें ऑनलाइन संस्कृत बोलना और पढ़ना, देना होगा बस एक मिस्ड कॉल

By निधि अविनाश | Aug 09, 2021

भारत में संस्कृत भाषा के महत्व को और बढ़ाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार के एजेंडे में संस्कृत भाषा का प्रचार हमेशा से ही सबसे ज्यादा अधिक रहा है। बता दें कि अब इस एजेंडे को और बढ़ाने के लिए योगी सरकार संस्कृत भाषा सीखना , बोलना और पढ़ना सीखा रही है। जी हां, अब आप केवल एक मिस्ड कॉल अलर्ट के साथ रजिस्ट्रेशन कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते है। जानकारी के लिए बता दें कि यह प्रशिक्षण 20 दिनों तक प्रतिदिन एक घंटे की वर्चुअल क्लासेस के माध्यम से दिया जाएगा और यह पूरी तरह से फ्री होगा। मेरठ कॉलेज में संस्कृत संस्थान भाषा के प्रचार-प्रसार में बड़ी भूमिका निभा रहा है। इस कॉलेज के विभागध्यक्ष वाचस्पति ने इस भाषा को जनभाषा बनाने कि लिए इस पहल की शुरूआत की है।

डॉक्टर, इंजीनियर, व्यवसायी, छात्र या नौकरी करने वाला कोई भी व्यक्ति संस्कृत बोलने, पढ़ने और सीखने का निःशुल्क प्रशिक्षण ले सकता है। इसके लिए मोबाइल फोन नंबर 9522340003 पर एक मिस कॉल देना होगा जिसके बाद फॉर्म भरना होगा और आवश्यक डिटेल देनी होगी। बता दें कि इस महीने के अंत तक यह योजना शुरू हो जाएगी।

इसे भी पढ़ें: UP में सपा-महान दल की सरकार बनेगी, 400 सीट पर जीत पक्की: अखिलेश यादव

राज्य के युवाओं को संस्कृत के महत्व से अवगत कराने में जुटी योगी  सरकार ने भाषा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। राज्य सरकार द्वारा हिंदी और अंग्रेजी के साथ-साथ अब हर एक बच्चे को संस्कृत प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जा रही है।यूपी संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष डॉ वाचस्पति मिश्रा ने कहा कि जो छात्र संस्कृत पढ़ना चाहते हैं उन्हें संस्कृत के ज्ञान के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की भी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि, हिंदी और अंग्रेजी के साथ-साथ मुफ्त कक्षाओं के माध्यम से संस्कृत पढ़ाने का सरकार का यह एक नया प्रयास है। इसके साथ ही सरकार ने अभ्यास योजना भी शुरू की थी, जो जेईई, सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी / यूपीपीएससी) जैसे परिक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को मुफ्त कोचिंग प्रदान करती है।

प्रमुख खबरें

Red Sea Crisis : अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत से लाल सागर में हुई बड़ी चूक, हूतियों को समझकर अपने ही लड़ाकू विमान को मार गिराया

संभल में अब मिली रानी की बावड़ी, राजस्व विभाग करा रहा खुदाई, 1857 से जुड़ रहे हैं तार

‘आपके घर की श्रीलक्ष्मी को कोई और उठा कर ले जायेगा’, Sonakshi Sinha को लेकर ये क्या बोल गए Kumar Vishwas? खड़ा हो गया विवाद

Sambhal हिंसा पर बड़ा खुलासा, पुलिस को 40 से ज्यादा गुमनाम लेटर मिले