By अनुराग गुप्ता | Feb 18, 2022
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर समेत पूरा देश कोरोना की तीसरी लहर से प्रभावित हुआ लेकिन अब मामलों में कमी आने के बाद राज्य सरकारें धीरे-धीरे पाबंदियों में ढील देना शुरू कर चुकी हैं। आपको बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान जम्मू-कश्मीर में मुफ्त में दवाईयां बांटी गई।
प्रभासाक्षी से बात करते हुए डॉक्टर जतिंदर ने भारतीय प्रणाली की दवाओं के लाभों के बारे में बताया। इसके साथ ही उन्होंने सभी लोगों से इस अवसर का लाभ उठाने, खुद को चिकित्सकीय जांच कराने और मुफ्त में वितरित की जा रही दवाओं को लेने की अपील की।
उन्होंने कहा कि जम्मू शहर के लोगों के लिए मुफ्त चिकित्सा सहायता शिविर पिछले तीन वर्षों से सरकारी आयुर्वेदिक अस्पताल जम्मू द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं। पिछले तीन साल से आयुर्वेदिक अस्पताल लोगों के लाभ के लिए विभिन्न चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर रहा है।
उन्होंने बताया कि आयुर्वेदिक दवाएं कोरोना के दौरान फायदेमंद साबित हुई हैं। डॉक्टर जतिंदर ने बताया कि हम इस महामारी में आम जनता को मुफ्त दवाएं और स्वास्थ्य जांच प्रदान कर रहे हैं। चिकित्सा अधिकारियों, इंटर्न और पैरा मेडिकल स्टाफ की हमारी टीम हमेशा लोगों की मदद करने की सेवा में है।
तीन जिलों में कोरोना का कोई मामला नहीं
जम्मू-कश्मीर में कोरोना मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। आपको बता दें कि केंद्रशासित प्रदेश के तीन जिलों में कोरोना का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। जिसमें रियासी, शोपियां और पुलवामा शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 232 ताजा मामले दर्ज किए गए। जम्मू में कोरोना के 85, श्रीनगर में 40, डोडा में 29 और रामबन में 31 नए संक्रमित हुए हैं। वहीं केंद्रशासित प्रदेश में 2978 संक्रिय मामले हैं।