By रितिका कमठान | Apr 09, 2025
मध्यप्रदेश में जालसाजों ने आयुष विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर बड़ा घोटाला कर दिया है। आयुष विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर सोशल मीडिया पर उसकी जानकारी शेयर की गई। इसके बाद झूठी भर्तियों की जानकारी भी दी गई। जैसे ही सरकार को इसकी भनक लगी, सरकार को स्पष्टीकरण भी जारी करना पड़ा। सरकार ने इसे पूर्ण रूप से भ्रामक और निराधार बताया है।
बता दें कि बीते एक महीने पहले ही घोटालेबाजों ने ई औषधि मध्य प्रदेश नाम से फेजबुक पेज पर आयुष विभाग में 2972 पदों के लिए फर्जी ऐड को पोस्ट किया था। इस ऐड में फर्जी वेबसाइट के लिंक को शामिल किया गया था। इस पोस्ट में स्टोर मैनेजर (528 पद), सहायक स्टोर मैनेजर (988 पद) और डाटा एंट्री ऑपरेटर (1,456 पद) के पद पर नियुक्ति की गई है। इन पदों पर आवेदन करने के लिए 500 रुपये का भुगतान करना होगा। उम्मीदवारों को ई आईडी भी देनी होगी। जानकारी के मुताबिक आवेदन करने के लिए समय सीमा सात मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक रखी गई थी।
धोखाधड़ी के ये पूरा मामला महीने भर तक किसी को पता नहीं चला। आवेदन की अंतिम दिन छह अप्रैल को थी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। जैसे ही इस धोखाधड़ी की जानकारी मिली है वैसे ही आयुष विभाग में खलबली मच गई है। इस घटना की जानकारी मिलते ही राज्य सरकार के जनसंपर्क विभाग ने रविवार को खंडन जारी किया है।
इस संबंध में राज्य सरकार के जनसंपर्क विभाग ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ई औषधि मध्य प्रदेश संबंधित नियुक्ति संबंधित पेज पूर्ण रूप से भ्रामक है। ऐसे ऐड्स पूरी तरह से निराधार है। सरकार ने कहा कि एड में दी गई जानकारी के मुताबिक ये स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट नहीं है। भर्ती विभाग ने आधिकारिक तौर पर जारी नहीं की है। सरकार ने ऐसी नियुक्तियों के लिए विज्ञापन निकालने को लेकर पूरी तरह से इनकार किया है।