पेरिस। विश्व कप फाइनल में क्रोएशिया पर फ्रांस की जीत का देश में जमकर जश्न मनाया गया और इस दौरान पेरिस के चर्चित चैम्प्स एलिसीस एवेन्यु में हजारों प्रशंसक जुटे। फ्रांस ने मास्को में कल हुए विश्व कप फाइनल में क्रोएशिया को 4-2 से हराकर 20 साल में दूसरी बार विश्व कप जीता। फ्रांस के राष्ट्रीय प्रतीक जैसे दिखने वाली टोपी और काइलियान एमबापे की 10 नंबर की शर्ट पहने ज्यौफ्रे हैमसिक ने कहा कि यह काफी बड़ी चीज है।’
पिछले कुछ वर्षों मे हुए आतंकी हमलों के संदर्भ में उन्होंने कहा किपिछले कुछ वर्षों में हमें फ्रांस में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह मनोबल के लिए अच्छी चीज है- यहां हम सब एकजुट हैं। घुले मिले हैं। कोई धर्म नहीं है , यहां ऐसा कुछ नहीं है और यही अच्छा लग रहा है।
लोगों ने इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज अपने शरीर पर लपेटा हुआ था और अजीबोगरीब टोपियां पहनी हुई थी। एक व्यक्ति ने तो इस दौरान सिर्फ देश के झंडे से खुद को ढका हुआ था। लोगों ने इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज के नीले, लाल और सफेद रंगे के धुएं के बम भी फोड़े। लोग इस दौरान समाचार पत्रों के सभी कियोस्क और बस स्टैंड के ऊपर चढ़कर झंडा लहरा रहे थे जबकि नीचे से जश्न बनाने लोग गुजर रहे थे। इस दौरान लोग राष्ट्रगान भी गा रहे थे।
इस दौरान हुड़दंगियों पर नजर रखने के लिए सड़के के किनारों पर बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद थी जिन्होंने किसी भी प्रकार के दंगे को रोकने के इंतजाम किए थे। हर बार की तरह इस बार भी फ्रांस में जश्न के दौरान कुछ दुकानों की खिड़कियां तोड़ी गई और कई अन्य जगहों पर तोड़फोड़ की गई। चैम्प्स एलिसीस में तो एक जगह पर हुड़दंगियों को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस का इस्तेमाल भी करना पड़ा।
‘फैन जोन’ पर निगरानी के लिए लगभग 4000 पुलिसकर्मी मौजूद थे जहां मैच के दौरान 90000 लोग जुटे थे। ये लोग बाद में चैम्प्स एलिसीस और आसपास की सड़कों पर जश्न मनाने लगे। रात होने पर एफिल टावर पर ‘1998-2018’ चमकने लगा जो फ्रांस के दो विश्व कप खिताब का प्रतीक है। इस दौरान ‘ आर्क डि ट्रायंफ ’ राष्ट्रीय रंगों में रंग गया। इस पर राष्ट्रीय प्रतीक और विश्च चैंपियन टीम के चेहरे भी दिखाए गए जबकि ‘ प्राउड टू बी ब्ल्यू ’ शब्द भी इस स्मारक पर लिखे नजर आए।