शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के गृह जिले मंडी में संदिग्ध परिस्थितियों में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई। एक साथ चार लोगों की मौत के बाद इलाके में मातम पसर गया है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
हालांकि अभी तक चारों लोगों की मौत के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है। लेकिन मृतकों के परिजनों ने आरोप है की जहरीली शराब से सभी की मौत हुई है, पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। आशंका जताई जा रही है कि अगर ज्यादा लोगों ने शराब पी होगी तो मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है।
बताया जा रहा है कि सुंदरनगर के सलापड में शराब के पीने के बाद चार लोगों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि जहरीली शराब के सेवन से उनकी मौत हुई है। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिए हैं। इन्होंने शराब के साथ किस खाद्य पदार्थ का सेवन किया था, इसकी भी जांच की जा रही है।
मंडी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष शर्मा ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण का पता लग पाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पिछले कई दिनों से सलापड़ क्षेत्र में चोरी छिपे चंडीगढ़ से शराब लाकर बेची जा रही थी। इन्होंने इसी शराब का सेवन किया था। बताया जा रहा है क्षेत्र में इस शराब की मांग ज्यादा हो गई थी, इससे ज्यादा नशा होने की बात कही जा रही है। मरने वालों में पंचायत समिति सुंदरनगर के पूर्व अध्यक्ष सतीश ठाकुर का भाई भी शामिल है। तीन शव की शिनाख्त सुदेश कुमार, लाल सिंह व चेतराम के रूप में हुई है।
सुंदरनगर के पूर्व विधायक सोहन लाल ने घटना पर दुख जताते हुये आरोप लगाया कि सरकार शराब माफिया पर नुकेल कसने में पूरी तरह नाकाम रही है। इलाके में पुलिस व माफिया के बीच कथित गठबंधन के चलते ही खुलेआम शराब बेची जा रही हैं जिससे लोग मारे जा रहे हैं। उन्होंने घटना की जांच कराने की मांग की है।
सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कुछ दिनों से यहां शराब तस्करी की शिकायत आ रही थीं। पुलिस काे इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, जो भी शराब तस्करी में सामने आता है उसे सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए।