By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 09, 2022
कोलकाता। कोलकाता पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा इकाई बीजेवाईएम के कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया की मौत के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की जांच की खातिर चार सदस्यीय पुलिस दल का गठन किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। तीन दिन पहले भाजपा कार्यकर्ता का शव शहर के काशीपुर इलाके में एक खाली इमारत में फांसी के फंदे से लटका पाया गया था। जासूसी विभाग और स्थानीय पुलिस थाने के अधिकारियों का दल अभी चौरसिया के फोन की जांच करने की कोशिशों में जुटा है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हम फोन का लॉक खोलने की कोशिश कर रहे हैं। इस बाबत हमने चौरसिया के परिजनों से मदद मांगी है। एक बार जब फोन का लॉक खुल जाएगा तो हमें कई सवालों के जवाब मिल जाएंगे। हम उसके ईमेल अकाउंट को भी खोलने का प्रयास कर रहे हैं।’’ अधिकारी के मुताबिक, इलाके से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अभी इस बारे में ज्यादा बात नहीं कर सकते, क्येांकि जांच एकदम शुरुआती स्तर पर है।’’ इस बीच, चौरसिया के परिजनों ने कहा कि उन्हें पुलिस से एक नोटिस मिला है, जिसमें उनसे जांच अधिकारियों से मिलने के लिए कहा गया है, लेकिन यह अंतिम संस्कार से जुड़े सभी रीति-रिवाज पूरे होने पर मंगलवार के बाद ही संभव हो पाएगा।
चौरसिया की मां और भाई ने पहले दावा किया था कि उनके बृहस्पतिवार रात को लापता होने से थोड़ी देर पहले अज्ञात बदमाशों ने उन्हें गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि धमकी क्यों दी गई थी। बीजेवाईएम कार्यकर्ता चौरसिया की मौत के बाद राज्य के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए हैं। पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मामले की सीबीआई जांच का आह्वान किया है। कोलकाता उच्च न्यायालय के निर्देशों के तहत चौरसिया के शव का पोस्टमार्टम अलीपुर स्थित रक्षा विभाग के पूर्वी कमान अस्पताल में किया गया।