By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 20, 2021
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इसी तरह हाईस्कूल (10वीं) के लिए कक्षा नौ की परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक तथा कक्षा 10 की प्री बोर्ड परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक के आधार पर परीक्षाफल घोषित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इण्टरमीडिएट के व्यक्तिगत अथवा संस्थागत, जिस किसी भी परीक्षार्थी के कक्षा 11 की दोनों परीक्षाओं, वार्षिक व अर्द्ध वार्षिक अथवा कक्षा 12 की प्री बोर्ड परीक्षा तथा हाईस्कूल के जिस किसी भी परीक्षार्थी के कक्षा नौ की वार्षिक परीक्षा अथवा कक्षा 10 की प्रीबोर्ड परीक्षा के अंक उपलब्ध नहीं होंगे, उन्हें बिना अंकों के सामान्य रूप से प्रोन्नत कर दिया जायेगा। शर्मा ने बताया कि 2021 की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए परीक्षार्थियों की मेरिट सूची नहीं तैयार करायी जायेगी। 2021 के पंजीकृत सभी परीक्षार्थी जो अंक सुधार के लिए परीक्षा में दोबारा शामिल होना चाहते हैं उन्हें आगामी बोर्ड परीक्षा में शुल्क दिये बिना एक या एक से अधिक विषयों की परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जायेगा।
शर्मा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न असाधारण परिस्थितियों में परीक्षार्थियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के दृष्टिगत तथा सत्र को नियमित करने के लिए कक्षा10 एवं12 की बोर्ड परीक्षाएं निरस्त की गयी थीं। परिणाम घोषित करने के वास्ते फार्मूला तय करने के लिए एक उच्च स्तरीय 11 सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। समिति द्वारा पेश की गई रिपोर्ट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंजूरी दे दी। उन्होंने बताया कि 2021 की परीक्षा में पंजीकृत कुल परीक्षार्थियों की संख्या 56,04,628 है। हाईस्कूल परीक्षा में कुल 29,94,312 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं जिसमें संस्थागत परीक्षार्थी 29,74,487तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थी 19,825 हैं। इण्टरमीडिएट परीक्षा में कुल 26,10,316 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं जिनमें संस्थागत परीक्षार्थी 25,17,658 तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थी 92,658 हैं।