By दिनेश शुक्ल | Aug 18, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार को अंधी, बहरी, लूली, लंगड़ी, सरकार बताया है। पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने पूर्व मंत्रीयों के बंगले खाली करवाने के मुद्दे पर भाजपा की शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार चुन-चुनकर विधायकों और पूर्व मंत्रीयों को बंगला खाली करवाने का नोटिस दे रही है। साधौ ने कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में 15 महिने हमारी सरकार ने भाजपा के कई नेता जो मंत्री पद पर नहीं रहे उनसे कभी बंगला खाली करवाने नोटिस नहीं भेजा। उन्होनें उदाहरण देते हुए कहा कि मंत्री भूपेन्द्र सिंह, नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, जगदीश देवड़ा, पारस जैन, सुरेन्द्र पटवा, रामपाल सिंह, कृष्णा गौर, दीपक जोशी जैसे भाजपा नेता कमलनाथ सरकार के दौरान सरकारी बंगलों में रहे लेकिन हमने द्वेषपूर्ण कार्यवाही नहीं की। जिसमें सुरेन्द्र पटवा और कृष्णा गौर तो मात्र विधायक है जिन्हें बी टाइप बंगले मिले हुए है।
पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि सरकार बंगलों पर मेरी और न किसी और की बपौती नहीं है, पर विधानसभा ने अपने सदस्यों के लिए नियम कानून बनाए है। इसके आधार पर वह इन बंगलों में रहने के पात्र है। जिसकी यह अंधी, बहरी, लूली, लंगड़ी सरकार अनदेखी कर रही है। साधौ ने कहा कि शिवराज सरकार इस कोरोना काल में भेदभाव पूर्व रवैया अपनाकर एससी और एसटी विधायकों और पूर्व मंत्रियों से बंगला खाली करवाने नोटिस भेज रही है। जिसमें दो एससी विजयलक्ष्मी साधौ और सज्जन वर्मा तथा दो एसटी बाला बच्चन और उमंग सिंघार को नोटिस दिए गए है। पूर्व मंत्री साधौ ने कहा कि आखिर शिवराज सरकार भेदभाव पूर्ण रवैया क्यों अपना रही है। पहली बार के विधायकों को बी टाइप बंगले और जो पाँच बार के विधायक हो, एक बार उच्च सदन का सांसद हो, चार बार का मंत्री हो और पात्र हो उसे बंगले से बाहर निकालने का नोटिस दिया जा रहा है। कोरोना काल में बंगले में घुसकर महिलाओं और बच्चों को बाहर निकालने की कार्यवाही की जा रही है।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता विजयलक्ष्मी साधौ ने किसानों के कर्जमाफी पर शिवराज सरकार के कृषिमंत्री कमल पटेल के बयान का हवाला देते हुए कहा कि कृषिमंत्री कहते है कि किसानों के कर्जमाफी का पाप कांग्रेस ने किया है तो हम उसे ढोएंगे थोड़ी। साधौ ने कहा कि कृषि मंत्री के यह उदगार निकल रहे है, इससे पता चलता है कि यह कैसे सरकार चला रहे है। इन्होनें एन केन प्राकेण सरकार बना ली लेकिन इनकी स्थितियां खराब है, इन्होनें प्रजातंत्र का गला घोटकर सरकार बना ली। लेकिन अब कमलनाथ सरकार द्वारा बनाई गई किसान, मजदूर और गरीबों के लिए योजनाओं बंद करने में लगी है। साधौ ने कहा कि यह घोषणावीर की सरकार है उप चुनाव हुआ तो यह सरकार नहीं रहेगी।