By दिनेश शुक्ल | Jul 30, 2020
भोपाल। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने आज सोशल मीडिया पर अपने वीडियो संदेश के माध्यम से प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को शिवराज सिंह चौहान पर एफआईआर दर्ज करने का खुला चैलेंज किया। वर्मा ने कहा कि यदि ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा में दम है तो वह शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें। वर्मा ने कहा कि केंद्र के द्वारा जो गाइडलाईन कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बनाई गई है। उसमें स्पष्ट उल्लेखित है कि कोई भी व्यक्ति यदि किसी कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आता है, तो वह खुद को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर ले। जिससे कि उसके शरीर में जो संक्रमण का प्रवेश हुआ है। वह किसी अन्य व्यक्ति को संक्रमित ना करें। ऐसा नहीं करने पर उक्त व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आपदा कानून के अंतर्गत कार्यवाही की जाना सुनिश्चित किया जाए।
पूर्व कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने शिवराज सिंह चौहान द्वारा 21 वर्षीय डॉ. राजन के खिलाफ एफआईआर कराए जाने तथा एक करोड रुपए का मानहानि का दावा किए जाने पर मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया है। वर्मा ने अपने वीडियो संदेश के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा कि एक 21 वर्षीय युवक द्वारा जो कोरोना पॉजिटिव होने के मुद्दे पर अपना वीडियो संदेश जारी किया था हो सकता है कि उससे गलती हुई हो, लेकिन ऐसे युवाओं को गलती करने पर समझाना ही किसी बड़े नेता की निशानी है ना कि उसके ऊपर केस करवा कर अपनी पुलिस के द्वारा उसको गिरफ्तार कर कार्यवाही की जाना चाहिए साथ ही एक करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा भी शिवराज ने उसके ऊपर लगाया है जो कि ठीक नहीं है। उसने वीडियो में जो भी दावे किए उसे बुलवाकर उसे तथ्यों से अवगत करा देना चाहिए था तथा माफ कर देना चाहिए था। वर्मा ने कहा कि इस युवा के गलती करने पर क्या शिवराज का यही नैतिक दायित्व है कि उस पर कार्यवाही करवाएं ? यदि शिवराज अपने बड़े नेता होने का परिचय देते तो बड़प्पन दिखाते और उस युवा को सही तथ्यों से अवगत करा कर माफ कर देते।
उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह, अरविंद भदौरिया तथा अन्य मंत्रीगण हवाई जहाज में बैठकर महामहिम टंडन को श्रद्धांजलि देने साथ में गए थे। जब अरविंद भदौरिया के कोरोना संक्रमित होने का पता चल गया तब शिवराज सिंह ने खुद को क्वॉरेंटाइन नहीं किया तथा मंत्रालय में सभी मंत्रियों के साथ वन टू वन मीटिंग करते रहे। साथ ही इधर उधर चुनावी सभाओं में घूमकर कोरोना संक्रमण को फैलाने का कार्य करते रहे जो कि पूरी तरह से केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बनाई गई गाइडलाइन के विपरीत है। ऐसे में प्रदेश के गृह मंत्रालय की यह जिम्मेदारी है कि वह केंद्र के दिशा निर्देशों का पालन कर ऐसे सभी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही करें। पूर्व मंत्री वर्मा ने कहा कि मैं नरोत्तम मिश्रा को बोलना चाहता हूं कि यदि तुम में दम है तो शिवराज सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करो।