कोलकाता। भारत के पूर्व फुटबॉलर अशोक चटर्जी का यहां शनिवार को निधन हो गया। वह 1965 और 1966 में मर्डेका कप में देश की कांस्य पदक विजेता टीम के सदस्य थे। वह 78 वर्ष के थे, उनके परिवार में पत्नी हैं और उनका एक बेटा संदीप है जो संगीतकार है।
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चटर्जी भारत की सीनियर टीम के लिये 30 मैच खेले। उन्होंने अपना पदार्पण 1965 में मर्डेका कप में जापान के खिलाफ मुकाबले में किया था जिसमें वह दूसरे हाफ में पीके बनर्जी के लिये स्थानापन्न खिलाड़ी के तौर पर उतरे थे।उन्होंने भारत के लिये 10 गोल किये जिसमें 1966 मर्डेका कप में ग्रुप लीग चरण में जापान के खिलाफ 3-0 क जीत के दौरान दो गोल शामिल थे।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने विज्ञप्ति में शोक व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘अशोक चटर्जी के निधन की खबर सुनकर काफी दुख हुआ। उनके भारतीय फुटबॉल में योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। ’’चटर्जी ने बैंकांक में 1966 एशियाई खेलों और 1967 में एशिया कप क्वालीफायर में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। वह 1965 से 1968 तक मर्डेका कप टीम का हिस्सा रहे थे।
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वह 1961 से 1968 तक और 1972 में मोहन बागान क्लब से जुड़े रहे जिसके लिये उन्होंने 85 गोल किये। उन्हें पिछले साल क्लब ने लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा था। उन्होंने 1969 से 1971 तक ईस्ट बंगाल का और संतोष ट्राफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया था।