पूर्व भारतीय क्रिकेट रॉबिन उथप्पा बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं। दरअसल, ईपीएफओ धोखाधड़ी मामले में उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी हुआ है। IANS की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रॉबिन उथप्पा पर सेंचुरी लाइफस्टाइल ब्रांड-प्राइवेट लिमिटेड का प्रबंधन करते समय कर्मचारियों के वेतन से 23 लाख की कटौती करने उनके भविष्य निधि योगदान को जमा करने में फेल रहने के आरोप हैं।
कहा जा रहा है कि दिसंबर की शुरुआत में उथप्पा के खिलाफ वारंट जारी कर दिया गया था लेकिन वह अपने घर पर नहीं थे जिस कारण से वह वापस कर दिया गया।
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, वारंट पीएफ रिजनल कमिश्नर शदाक्षरी गोपाल रेड्डी द्वारा जारी किया गया था, जिन्होंने कर्नाटक में पुलकेशिनगर पुलिस क्षेत्राधिकार को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है। अधिकारियों ने कहा कि, 4 दिसंबर को जारी किया गया वारंट वापस कर दिया गया है क्योंकि उथप्पा पुलकेशिनगर निवास पर नहीं पाए गए थे।
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज और उनका परिवार कथित तौर पर दुबई में रहता है। वारंट में कहा गया है कि बकाया राशि का भुगतान न करने के कारण कार्यालय प्रभावित कर्मचारियों के पीएफ खातों का निपटान नहीं कर पाया। इसने पुलिस को रॉबिन उथप्पा को गिरफ्तार करने और 27 दिसंबर तक वारंट वापस करने का निर्देश दिया।
रॉबिन उथप्पा के क्रिकेटिंग करियर की बात करने तो उन्होंने 59 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, वह आईपीएल में कई टीमों से खेल चुके है। 2014 में जब केकेआर चैंपियन बना था तब उथप्पा ने जीत में अहम रोल अदा किया था।