By दिनेश शुक्ल | Jul 16, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश के दतिया जिले की सेवड़ा विधानसभा के पूर्व विधायक और भाजपा नेता रामदयाल प्रभाकर ने अपनी ही पार्टी पर तानाशाही का आरोप लगाया है। भाजपा नेता ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को पत्र लिखकर पार्टी द्वारा दिए गए दायित्व पदों से इस्तीफा देने और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्यागने की बात लिखी है। रामदयाल प्रभाकर ने पार्टी द्वारा उनकी उपेक्षा और अपमान का भी आरोप लगाया है। पूर्व विधायक रामदयाल प्रभाकर वर्तमान में दतिया जिला महामंत्री के पद पर भी है। दतिया गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का गृह जिला है। यहां से पूर्व विधायक के इस्तीफे के बाद भाजपा सकते में है।
प्रदेश के दतिया जिले के सेवड़ा से भाजपा के पूर्व विधायक रामदयाल प्रभाकर ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को लिखे पत्र के जरिए अपने इस्तीफे के साथ ही लिखा है कि पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओं की भयंकर उपेक्षा अपमान किया जा रहा है। पार्टी में तानाशाही है पार्टी हित-जनहित की बात को विरोध करार दिया जा रहा है। पूर्व विधायक के द्वारा अपना त्याग पत्र स्वीकार करने की बात लिखी गई।
सोशल मीडिया पर इस्तीफा वायरल होने के बाद रामदयाल प्रभाकर ने स्वीकार किया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा इस्तीफा उन्होंने ही लिखा है और इसे डाक के जरिए प्रदेश मुख्यालय भेजा जा रहा है। अभी वे सोशल मीडिया के माध्यम से इस पत्र को भेज चुके हैं। वही राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह भी है कि पूर्व विधायक रामदयाल प्रभाकर कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। जबकि भाजपा सूत्र बताते हैं कि ग्वालियर में भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है। जबकि दूसरी ओर ग्वालियर में बनाए गए विशेष क्षेत्र प्राधिकरण (साडा) के पूर्व अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त रहे जय सिंह कुशवाहा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की है। वह कांग्रेस के टिकट पर ग्वालियर या ग्वालियर पूर्व सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं।