शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। मैक्र्रो व माइक्रो न्यूट्रिएंट्स आपकी बॉडी के लिए बेहद आवश्यक माने गए हैं। इन्हीं महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है विटामिन डी। यह कैल्शियम को अब्जार्बशन में मदद करता है। जब शरीर में इसकी कमी होती है तो इसका सबसे पहला व सीधा असर हड्डियों पर दिखाई देता है। विटामिन डी की कमी से ना केवल व्यक्ति की हड्डियां कमजोर होती हैं, बल्कि कुछ मामलों में व्यक्ति को सही तरह से चलने में भी समस्या होती है। इस स्थिति में बेहद जरूरी होता है कि आप अपनी डाइट में विटामिन डी की मात्रा बढ़ाएं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जो शरीर में विटामिन डी की कमी को दूर करने में मदद करेंगे-
साल्मन
साल्मन फिश को विटामिन डी का एक अच्छा स्त्रोत माना गया है। इसके अलावा, इसमें प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड ऐसे अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में अगर आप विटामिन डी की मात्रा को बढ़ाना चाहते हैं तो साल्मन का सेवन करना आपके लिए एक अच्छा विचार हो सकता है।
मशरूम
अगर आप वेजिटेरियन हैं और फिश नहीं खाते हैं तो ऐसे में आप मशरूम को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। यह विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है और इससे आपको पोटेशियम भी मिलता है। हालांकि, अलग-अलग तरह के मशरूम जैसे शिटेक, पोर्टोबेलो, मोरेल और चेंटरेल में विटामिन डी लेवल अलग होता है।
अंडे की जर्दी
अक्सर लोग एग व्हाइट खाकर उसका यॉक ऐसे ही छोड़ देते हैं। जबकि आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। अंडे की जर्दी में विटामिन डी पाया जाता है। अंडे में आपके सभी आवश्यक अमीनो एसिड भी होते हैं और ये कोलीन और हेल्दी फैट्स का एक बड़ा स्रोत हैं। इसलिए, हमेशा फ्री-रेंज या पेस्टर्ड अंडे चुनें, क्योंकि उनमें 4 से 6 गुना अधिक विटामिन डी होता है।
केल
केल एक पत्तेदार सब्जी है और इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह विटामिन बी और डी का भी एक अच्छा स्रोत है। यह आपके मस्तिष्क के विकास में मदद करता है और साथ ही साथ इससे प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार होता है। केल में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर को कई मायनों में लाभ पहुंचाते हैं।
नोट- विटामिन डी की बहुत अधिक कमी होने पर इसके सप्लीमेंट्स व इंजेक्शन भी लगाए जाते हैं। हालांकि, किसी भी सप्लीमेंट का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
- मिताली जैन