By अंकित सिंह | Aug 14, 2021
देश में कई राज्यों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। एक ओर उत्तर प्रदेश में नदियां उफान पर हैं तो वही बिहार में लगातार हो रही बारिश और नदियों के बढ़े जलस्तर ने बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है। महाराष्ट्र में भी लगातार हो रही बारिश की वजह से बाढ़ का खतरा बना हुआ है। गंगा का जल स्तर अपने उफान पर है जिसकी वजह से इसके तट पर बसे शहरों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है जिससे यहां पानी का कहर बरप रहा है। प्रयागराज के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। कई स्थानीय लोग अब बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। प्रयागराज में बाढ़ की स्थिति भयंकर हो गई है जिसकी वजह से लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। प्रयागराज के कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। प्रशासन की ओर से नाव के जरिए लोगों तक पानी की बोतल है और खाने के पैकेट बांटे जा रहे है।
पटना में सबसे बुरा हाल दियारा का है। इसके अलावा अकिलपुर और हेतमपुर गांव भी बाढ़ की चपेट में है। सारण जिले के भी कई गांव गंगा के जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ की चपेट में है। घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। दूसरी ओर महाराष्ट्र में भी मूसलाधार बारिश जारी है। महाराष्ट्र का रायगढ़ जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है। महाराष्ट्र में 20 और 21 जुलाई के दौरान आई बाढ़ की वजह से अब भी रायगढ़ का कई इलाका क्षतिग्रस्त है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। मध्यप्रदेश और राजस्थान के भी कई इलाके में बाढ़ का पानी देखने को मिल रहा है। जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
इन सबके बीच स्थानीय लोगों का पलायन भी लगातार हो रहा है। वाराणसी, प्रयागराज और पटना तथा बिहार के कई इलाकों में बाढ़ की चपेट में आए गांव में पलायन का खतरा बढ़ गया है। लोग अपने गांव को छोड़कर दूसरी जगह जा रहे हैं। गांव वालों को अपना घर छोड़कर राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ रही है।