दार्जिलिंग। तीस्ता घाटी इलाके में यहां गोरखा मुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के संदिग्ध कार्यकर्ताओं द्वारा एक गश्ती दल पर हमला करने से पुलिस और सीआरपीएफ के पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गये। पुलिस ने आज बताया कि यह हमला गुरुवार रात उस समय हुया, जब सुरक्षा बल के जवान दार्जिलिंग से करीब 40 किमी दूर तीस्ता घाटी में एक तलाशी अभियान के तहत गश्त करने गये थे।
पुलिस ने बताया कि गश्त के दौरान भीड़ ने सुरक्षाकर्मियों पर पत्थरों और नेपाली शस्त्र खुकरी से हमला कर दिया और पांच लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। बाद में उन्हें वहां से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को प्रदर्शनकारियों द्वारा सीआरपीएफ के अस्थायी तौर पर बनाये गये सामुदायिक कैंप में आग लगाने के बाद पुलिस ने इलाके में एक तलाशी अभियान चलाया था।
इसके अलावा आज सुबह प्रदर्शनकारियों ने मिरिक नगरपालिका के उप-चेयरमैन एम जिंबा के घर में भी आग लगा दी थी। गोरखा मुक्ति मोर्चा के समर्थकों ने रंगली रंगलीत पुलिस चौकी पर तोड़ फोड़ की थी और एक एसएलआर राइफल और एक पिस्तौल लूट ले गये थे। इस घटना में पुलिस के दो वाहनों को भी आग लगा दी गयी थी। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने तुंग ग्राम पंचायत की इमारत को भी आग लगा दी थी। उल्लेखनीय है कि दार्जिलिंग में अनिश्चितकालीन बंद के कारण जनजीवन प्रभावित है। इस मसले को सुलझाने के लिये छह जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलाई गयी है।