By रितिका कमठान | Apr 01, 2024
लोकसभा चुनावों 2024 के बीच ही झारखंड से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के लिए परेशानियों का दौर चल रहा है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई है। निशिकांत दुबे पर दस्तावेजों का दुरुपयोग कर एक मेडिकल कॉलेज हड़पने का आरोप लगाया गया है। इस कारण ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
जानकारी के मुताबिक देवघर स्थित मेडिकल कॉलेज को धोखाधड़ी कर हड़पने के आरोप में भाजपा के गोंडा सांसद निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनामिका गौतम समेत नो लोगों के खिलाफ परित्राण मेडिकल कॉलेज हड़पने का आरोप लगा है। हालांकि निशिकांत दुबे ने इस आरोपों को निराधार बताया है। निशिकांत दुबे ने ये भी कहा है कि अगर उन पर लगाए गए आरोप साबित हुए तो वो राजनीति छोड़ देंगे।
ये है निशिकांत पर आरोप
बता दें कि एफआईआर की मानें तो निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी ने ट्रस्ट बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट के जरिए उनके संस्थान परिट्रान मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से संबंधित दस्तावेजों का दुरुपयोग कर नीलामी में हड़प लिया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के लिए 93 करोड़ रुपये का ऋण लिया गया था। वहीं मेडिकल काउंसिर ऑफ इंडिया ने इस संस्थान को मंजूरी ही नहीं दी है। ऐसे में ऋण ली गई राशि को गैर निष्पादित संपत्ति घोषित किया गया है। इसके बाद दूबे ने शिकायतकर्ता ने इस संकट से बाहर निकलने के लिए 20 लाख रुपये लिए। बोली लगाने के दौरान भाजपा सांसद ने अपने ट्रस्ट से ही बोली लगवाई और संस्थान को हड़प लिया।