By अभिनय आकाश | Jun 08, 2023
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने दावा किया कि वर्तमान में बीजेपी विरोधी लहर है और देश के लोग कर्नाटक में हाल के विधानसभा चुनावों के परिणामों को देखते हुए बदलाव चाहते हैं। पवार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर लोगों की यह मानसिकता जारी रहती है तो देश आगामी चुनावों में बदलाव देखेगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र में छोटी-छोटी घटनाओं को 'धार्मिक रंग' दिया जा रहा है, जो अच्छा संकेत नहीं है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को कर्नाटक में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा, जहां कांग्रेस पांच साल के अंतराल के बाद सत्ता में वापस आई।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि राजनीतिक दलों को पहले आकलन करना चाहिए और उसके अनुसार उन सीटों से चुनाव लड़ना चाहिए जहां उनकी जीतने की क्षमता है, लेकिन उनके मैदान में होने से सत्तारूढ़ दलों को मदद नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने किसी पार्टी विशेष का नाम नहीं लिया। यह पूछे जाने पर कि कोई भी राजनीतिक दल राज्य के हर हिस्से में चुनाव लड़ने की स्थिति में क्यों नहीं है और क्या यह पार्टियों के कमजोर होने का संकेत है, राकांपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टियां किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकती हैं, लेकिन उन्हें सोचना चाहिए कि क्यों वे ऐसा कर रहे हैं। पवार ने कहा कि पार्टियों को पहले ये देखना चाहिए कि सीटों पर चुनाव लड़कर वे सत्तारूढ़ दलों की मदद तो नहीं कर रहे हैं।
शरद पवार ने सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने के लिए सत्तारूढ़ सरकार को जिम्मेदार ठहराया और सभी हिंसा और सड़कों पर उतरने की गतिविधियों को विचारधारा द्वारा समर्थित बताया। छत्रपति संभाजीनगर में संवाददाताओं से बातचीत में पवार ने अहमदनगर और कोल्हापुर जिलों में सांप्रदायिक झड़पों की घटनाओं, खासकर ताजा हिंसा भड़कने पर चिंता व्यक्त जताई।