By अभिनय आकाश | Jan 22, 2021
जयललिता की करीबी शशिकला आगामी 27 जनवरी को जेल से बाहर आने वाली थीं। लेकिन उनकी रिहाई से पहले एक बड़ी खबर सामने आई। वीके शशिकला की जांच में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई जिसके बाद उन्हें शहर के विक्टोरिया अस्पताल के कोविड-19 निर्दिष्ट केंद्र में भर्ती हैं। शशिकला की हालत स्थिर बताई जा रही है। भले ही शशिकला अभी अस्पताल में हैं लेकिन उनकी रिहाई की तारीख के नजदीक आते ही राज्य की सियासी सरगर्मियां तेज हो गई। तमिलनाडु के सीएम पलानीसामी ने बीते दिनों गृह मंत्री अमित शाह से मिले और फिर नरेंद्र मोदी से भी। वैसे तो चेन्नई में जयललिता मेमोरियल और अन्य योजनाओं के उद्धाटन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने की बात पलानीस्वामी की तरफ से की गई। लेकिन पीएम मोदी और गृह मंत्री से पलानीसामी की मुलाकात को आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
इस मुलाकात के एक मायने आय के ज्ञात स्रोत से 66 करोड़ रुपये ज्यादा की संपत्ति मामले में जेल में बंद शशिकला की जेल से रिहाई की तारीख के बारे में भी लगाए गए। हालांकि 19 जनवरी को पलानीस्वामी ने मीडिया से बात करते हुए शशिकला की एआईएडीएमके में वापसी की संभावनाओं पर विराम लगा दिया। लेकिन कहा तो ये भी जा रहा है कि शशिकला के भतीजे दिनाकरन ने एआईएडीएमके से निकाले जाने के बाद एएमएमके नाम से पार्टी बना ली और शशिकला के वापसी के बाद इसका फायदा उन्हें मिल सकता है। पलानीस्वामी अमित शाह और केंद्र की मदद से शशिकला गुट को उनका गेम खराब करने से रोकना चाहते हैं। जैसा कि एक बार वो पहले भी बखूबी कर चुके हैं।
गौरतलब है कि एक वक्त ऐसा भी रहा जब जयललिता की मौत के बाद शशिकला मुख्यमंत्री पद पर काबिज होने वाली थीं। लेकिन ऐन वक्त पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया। उस वक्त एआईएडीएमके दो फाड़ हो गई थी और जिसमें शशिकला के साथ मौजूदा मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी नजर आए थे। वहीं दूसरी तरफ उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम थे। ये और बात है कि बाद में दोनों साथ आकर शशिकला को ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।