सेक्स और पीरियड्स की तरह वजाइनल हाइजीन भी एक ऐसा विषय है जिसपर आज भी हमारी सोसायटी में खुलकर चर्चा नहीं की जाती। ज्यादातर महिलाएं इस बारे में बात करने से कतराती हैं। लेकिन हम महिलाओं को यह समझने की जरूरत है कि जैसे शरीर को साफ़ रखने के लिए रोज नहाना जरुरी है, ठीक वैसे ही संक्रमण से बचने के लिए अपने प्राइवेट पार्ट को साफ़ रखना भी उतना ही जरुरी है। आज के इस आर्टिकल में हम वइनल हाइजीन के कुछ बुनियादी नियम बताएँगे, जिनके बारे में हर उम्र की महिलाओं को पता होना चाहिए।
अंडरगारमेंट्स को हमेशा सूखा रखें
आज भी बहुत सी महिलाएं पेशाब करने के बाद अपनी वजाइना को साफ़ नहीं करती है और इसकी वजह से पैंटी गीली हो जाती है। गीली पैंटी की वजह से वजाइना से बदबू आने लगती है और इससे संक्रमण भी हो सकता है। इसलिए एक्सपर्ट्स महिलाओं को पेशाब करने के बाद हमेशा टॉयलेट पेपर इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।
वजाइना धोते समय न करें साबुन का इस्तेमाल
जिन महिलाओं को वजाइनल हाइजीन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती वह वजाइना साफ़ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन एक्सपर्ट्स वजाइना को धोने के लिए साबुन का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इनमें ग्लिसरॉल, परफ्यूम और एंटीसेप्टिक जैसे हानिकारक केमिकल भरे होते हैं। वजाइना को केमिकल युक्त साबुन से धोने से इसमें मौजूद बैक्टीरिया के स्वस्थ संतुलन प्रभावित हो सकता है। इसलिए आप अपनी वजाइना को साफ़ और गुनगुने पानी से धो सकते हैं।
पीरियड्स के दौरान बदलते रहे पैड्स
जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान कम और सामान्य ब्लीडिंग होती है, उन्हें 4 से 6 घंटे में पैड बदलने की सलाह दी जाती है। लेकिन ज्यादातर महिलाएं ऐसा करने से परहेज करती है। महिलाओं की इस आदत की वजह से उनकी वजाइना में संक्रमण फ़ैल सकता है। इसलिए एक्सपर्ट्स महिलाओं को पीरियड्स के दौरान समय पर पैड बदलने और समय-समय पर वजाइना को साफ़ करने की सलाह देते हैं।
सेक्स के बाद हमेशा वजाइना को साफ करें
एक्सपर्ट्स महिलाओं को सेक्स करने के बाद हमेशा वजाइना साफ करने की सलाह देते हैं, ऐसा करने से वजाइना में इन्फेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है। इसलिए यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) जैसे कई संक्रमणों से बचने के लिए सेक्स के बाद हमेशा वजाइना को साफ करें। सिर्फ पानी का इस्तेमाल कर के आप अपनी वजाइना को साफ़ कर सकती हैं।