नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) दिसंबर से त्रिपुरा में चावल की खरीद शुरू करेगा। राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की शुक्रवार को केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान के साथ बैठक में कुछ मुद्दों के समाधान के बाद केंद्र ने इसकी सैद्धांतिक मंजूरी दी। एफसीआई न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से सीधे धान खरीदेगी और राशन की दुकानों के जरिये वितरण के लिये राज्य सरकार की तरफ से 15-20 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर मिलों को देगी। त्रिपुरा में चावल का उत्पादन लगभग 12 लाख टन सालाना है जबकि राशन की दुकानों (पीडीएस) के जरिये वितरण के लिये 2.71 लाख टन की जरूरत है।
त्रिपुरा में खरीद नहीं होने से फिलहाल पंजाब से चावल वितरण के लिये वहां जाता है। मुख्यमंत्री देब ने पासवान के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘त्रिपुरा में एफसीआई की खरीद नहीं होने से किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं मिल रहा है। किसान 12 रुपये किलो की दर से चावल बेचते हैं जबकि केंद्र द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य 17.50 रुपये प्रति किलो है। हमने किसानों के लाभ के लिये खरीद शुरू करने की जरूरत पर चर्चा की।’’ उन्होंने कहा कि चूंकि त्रिपुरा में मिलों द्वारा लिया जाने वाला शुल्क एफसीआई द्वारा तय दर से अधिक है। अत: राज्य सरकार ने इस अंतर का वहन करने का निर्णय किया है।