By रितिका कमठान | May 07, 2024
देश में 7 में को जिसे चरण के लिए मतदान किया जा रहा है। इस दौरान उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर मतदान हो रहा है। 10 में से तीन सीटों पर मुलायम सिंह यादव का परिवार भी चुनाव मैदान में है। मुलायम सिंह यादव के परिवार से मैनपुरी, फिरोजाबाद और बदायूं में उम्मीदवार खड़े किए गए हैं जो समाजवादी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं।
उत्तर प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर मतदान किया जा रहा है जिसमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली शामिल है। मैनपुरी जो मूल रूप से मुलायम सिंह यादव की सीट थी उसे पर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव मैदान में है। वहीं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह मैनपुरी लोक सभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। बदायूं से समाजवादी पार्टी ने पहले शिवपाल को मैदान में उतारा था लेकिन बाद में उनके बेटे आदित्य यादव को टिकट दिया गया है।
ऐसा है माहोल
उत्तर प्रदेश की 10 सीट पर मंगलवार सुबह नौ बजे तक 12.94 मतदाताओं ने मतदान किया। ‘वोटर टर्नआउट’ ऐप के मुताबिक शुरुआती दो घंटे में नौ बजे तक संभल में 14.71, हाथरस में 13.43, आगरा में 12.74, फतेहपुर सीकरी में 14, फिरोजाबाद में 13.36, मैनपुरी में 12.18, एटा में 13.16, बदायूं में 12.89, आंवला में 11.42 और बरेली में 11.59 प्रतिशत मतदान हुआ।
इन उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर
केंद्रीय मंत्री एस.पी. सिंह बघेल (आगरा), उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह (मैनपुरी) और राजस्व राज्य मंत्री अनूप प्रधान वाल्मीकि (हाथरस) की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। लोकसभा चुनाव का यह दौर सपा के यादव परिवार के लिए भी महत्वपूर्ण है। डिंपल यादव मैनपुरी लोकसभा सीट को बरकरार रखने के लिए प्रयास कर रही हैं, जिसे उन्होंने अपने ससुर एवं सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हुए उपचुनाव में जीता था। सपा के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव फिरोजाबाद सीट को फिर से हासिल करने की कोशिश करेंगे। इस सीट को उन्होंने 2014 में जीता था। बदायूं लोकसभा सीट से चुनावी शुरुआत कर रहे आदित्य यादव सपा का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट को जीतना चाहेंगे। वर्ष 2014 में बदायूं सीट पर आदित्य के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव ने जीत हासिल की थी। तीसरे चरण के चुनाव में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता रहे कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह एटा संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं। बरेली में मुख्य मुकाबला भाजपा के छत्रपाल सिंह गंगवार और सपा के प्रवीण सिंह ऐरन के बीच है। इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार मास्टर छोटे लाल गंगवार का नामांकन पत्र खारिज हो गया है। इस चरण में जिन 10 लोकसभा सीट पर मतदान हो रहा है, उनमें से पांच परभाजपा ने नए चेहरों को टिकट दिया है। भाजपा की तरफ से बरेली से छत्रपाल सिंह गंगवार (संतोष गंगवार की जगह), बदायूं से दुर्विजय सिंह शाक्य (संघमित्रा मौर्य की जगह), हाथरस से अनूप प्रधान वाल्मीकि (राजवीर सिंह दिलेर की जगह), फिरोजाबाद से विश्वदीप सिंह (चंद्रसेन जादौन की जगह) और मैनपुरी लोकसभा सीट से जयवीर सिंह मैदान में हैं। भाजपा ने एटा, आगरा, आंवला और फतेहपुर सीकरी से विजयी उम्मीदवारों को बरकरार रखा है। दल ने संभल लोकसभा सीट से परमेश्वर लाल सैनी को भी टिकट दिया है। तीसरे चरण में कांग्रेस ने फतेहपुर सीकरी से रामनाथ सिंह सिकरवार को मैदान में उतारा है, जबकि उसके सहयोगी दल सपा ने बाकी नौ संसदीय क्षेत्रों से अपने उम्मीदवार उतारे हैं।