By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 05, 2022
अब्दुल्ला ने कहा कि श्रीलंका की स्थिति देखिए, ऐसे में ‘‘हम आशा करते हैं कि हमें ऐसी स्थिति नहीं देखनी पड़े। इसलिए यह युद्ध खत्म होना चाहिए।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया, ‘‘अब बड़े कदम उठाने चाहिए ताकि यह युद्ध खत्म हो सके। अगर आप ऐसा नहीं कर सके तो हम भविष्य की पीढ़ियों को नहीं बता पाएंगे कि आपने क्या किया।’’ अब्दुल्ला ने सरकार से कहा, ‘‘तेजी से कदम बढ़ाइए। कम से कम लोग कहें कि गांधी के देश ने दुनिया को बचाया।’’ बसपा के श्याम सिंह यादव ने कहा कि यूक्रेन में जो ‘नरंसहार’ की स्थिति पैदा हुई, उस पर सरकार को आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यूक्रेन की स्थिति को सरकार को समय रहते भांप लेना चाहिए था और भारतीय छात्रों को बाहर निकालना चाहिए था।
यादव ने दावा किया कि यह सरकार ‘प्यास लगने पर कुआं खोदने’ का काम करती है और समय रहते कदम नहीं उठाती। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने कहा कि कोविड और इस संकट के समय विदेश मंत्रालय ने जो भूमिका निभाई उसकी तारीफ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन गंगा’ के बाद सरकार के मंत्रियों की ओर से जो बयानबाजी हुई वह निराशाजनक थी। सुप्रिया ने कहा कि भारत सरकार को यूक्रेन में हो रहे ‘नरसंहार’ को रोकना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज विदेश नीति को लेकर हम वहीं पहुंचे हैं जिसकी बुनियाद देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी।